छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने PM मोदी पर हमला बोला है। नोटबंदी, कोरोना से देशवासी परेशान हैं। यह सब नकार कर प्रधानमंत्री ने इस दौर को चीतों का अमृतकाल घोषित कर दिया।
छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला है। उन्होंने अपने ट्विटर एकाउंट पर लिखा- ‘नोटबंदी की कतारों में लोग मरे, लॉकडाउन में सड़कों पर मजदूर मरे, कोरोना में लाखों परिवार उजड़ गए, हर 4 में से 1 आत्महत्या करने वाला दिहाड़ी मजदूर है। देश में ज्यादातर आत्महत्या आर्थिक संकट के कारण हुए हैं। यह सब नकार कर प्रधानमंत्री ने इस दौर को चीतों का अमृतकाल घोषित कर दिया।’
दरअसल, मध्य प्रदेश के श्योपुर स्थित कूनो नेशनल पार्क में नामीबिया से शनिवार को 8 चीते लाए गए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केज का गेट खोलकर चीतों को बाड़े में छोड़ा। नामीबिया से लाए गए चीतों में 5 मादा और 3 नर हैं। इनसे ही भारत में चीतों का कुनबा बढ़ाने की तैयारी है। इन चीतों के भोजन के लिए केज में चीतल को भी छोड़ा गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस दौरान कहा कि आज आजादी के अमृत काल में देश नई ऊर्जा के साथ चीतों के पुनर्वास में जुट गया है। चीते मेहमान बनकर आए हैं। कूनो को यह चीते अपना घर बना पाएं, इसीलिए हमें इन्हें कुछ महीनों का समय देना होगा।
1947 में तीन चीते बचे थे उनका भी शिकार किया
बता दें कि कभी चीतों का घर रहे भारत में आजादी के वक्त ही चीते पूरी तरह विलुप्त हो गए। 1952 में भारत में चीतों को विलुप्त वन्य जीव घोषित कर दिया था। अब 70 साल बाद देश की धरती पर एक बार फिर चीता देखने को मिलेगा। पीएम मोदी ने मध्य प्रदेश में कहा कि हमने उस समय को भी देखा, जब प्रकृति के दोहन को शक्ति प्रदर्शन का प्रतीक मान लिया गया था। साल 1947 में जब देश में केवल तीन चीते बचे थे, तो उनका भी शिकार कर लिया गया।