रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने हाल ही में किंग चार्ल्स III को उनके राजा बनने पर शुभकामनाएं दीं, हालांकि ब्रिटेन ने रूस को महारानी के अंतिम संस्कार में शामिल होने का न्योता नहीं दिया है।
ब्रिटेन के लोग महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का 19 सितंबर को अंतिम विदाई देंगे। इस दौरान दुनिया भर के देशों को आमंत्रित किया गया है, लेकिन रूस और अपगानिस्तान सहित छह देशों को इस कार्यक्रम से दूर रखा गया है। आपको बता दें कि महारानी ने 96 वर्ष की आयु में 8 सितंबर को अंतिम सांस ली। इसके बाद से शाही परिवार और ब्रिटेन के लोग शोक में हैं।
हालांकि आधिकारिक गेस्ट लिस्ट अभी जारी नहीं हुई है, लेकिन न्यूयॉर्क पोस्ट ने कुछ ऐसे देशों के नाम बताए हैं जिन्होंने इस सूची में जगह नहीं बनाई है। उन देशों में रूस, बेलारूस, अफगानिस्तान, म्यांमार, सीरिया और वेनेजुएला शामिल हैं।
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने हाल ही में किंग चार्ल्स III को उनके राजा बनने पर शुभकामनाएं दीं, हालांकि ब्रिटेन ने रूस को महारानी के अंतिम संस्कार में शामिल होने का न्योता नहीं दिया है। दिलचस्प बात यह है कि उत्तर कोरिया, ईरान और निकारागुआ को भी निमंत्रण भेजा गया है। हालांकि उनके राजदूतों को ही न्योता भेजा गया है, उनके राष्ट्राध्यक्षों को बुलाने से से ब्रिटेन ने परहेज किया है। भारत की तरफ से राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू इस कार्यक्रम में शिरकत करेंगी।
पहले यह खबर आई कि पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प भी इस मौके पर उपस्थिति रहेंगे। हालांकि, ब्रिटिश सरकार ने इसे अफवाह करार दिया है। सरकार का कहना है कि केवल वर्तमान अमेरिकी राष्ट्रपति और उनकी पत्नी ही भाग लेंगे। न्यूयॉर्क पोस्ट की एक रिपोर्ट के मुताबिक अंतिम संस्कार में 750, 000 लोग मौजूद होंगे।