असनसोल स्थित ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड खदानों से कोयला चोरी मामले में ईडी ने पश्चिम बंगाल के कानून मंत्री मलय घटक को भी पूछताछ के लिए बुलाया था। हालांकि, वह बुधवार को पूछताछ में शामिल नहीं हुए।
पश्चिम बंगाल को कोयला तस्करी मामले में सीआईडी के रडार पर भारतीय जनता पार्टी के नेता आ गए हैं। खबर है कि जांच एजेंसी ने गुरुवार को जितेंद्र तिवारी को तलब किया है। उन्हें शुक्रवार को कोलकाता में अधिकारियों के सामने पेश होने के लिए कहा गया है। तिवारी तृणमूल कांग्रेस के पूर्व असनसोल मेयर हैं।
पश्चिम बंगाल की पांडवेश्व सीट से टीएमसी विधायक रह चुके तिवारी का कहना है, ‘जांच अधिकारी जांच के लिए किसी को भी बुला सकते हैं।’ इसके अलावा सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय कथित अवैध उत्खनन, परिवहन और राज्य के कुछ जिलों से कोयला की बिक्री की भी जांच कर रहे हैं। साल 2021 विधानसभा चुनाव से पहले तिवारी ने टीएमसी छोड़ दी थी।
पूछताछ के लिए नहीं गए टीएमसी नेता
असनसोल स्थित ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड खदानों से कोयला चोरी मामले में ईडी ने पश्चिम बंगाल के कानून मंत्री मलय घटक को भी पूछताछ के लिए बुलाया था। हालांकि, वह बुधवार को पूछताछ में शामिल नहीं हुए। इस महीने सीबीआई ने भी उनसे पूछताछ की थी और जांच के सिलसिले में उनके ठिकानों पर छापामार कार्रवाई भी की गई थी।
अभिषेक बनर्जी की रिश्तेदार हुईं पेश
भाषा के अनुसार, टीएमसी के सांसद अभिषेक बनर्जी की रिश्तेदार मेनका गंभीर कथित कोयला घोटाला मामले के संबंध में पूछताछ के लिए सोमवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समक्ष पेश हुईं। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि ईडी ने गंभीर को ‘भूलवश’ सोमवार को दोपहर साढ़े 12 बजे के बजाय रविवार देर रात साढ़े 12 बजे पेश होने का नोटिस जारी कर दिया था, जिसके बाद उन्हें दोपहर दो बजे तक पेश होने के लिए नया समन जारी किया गया।