छत्तीसगढ़ BJP के प्रभारी बदले जाने पर CM भूपेश बघेल ने कहा कि हंटर चलाती थी, लेकिन बीजेपी ने उसको हटा दिया। अब बिहार के सह प्रभारी नितिन नबीन की बारी है। अजय जामवाल आए हैं तब से बदलाव जारी है।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा और पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के आरोपों पर पलटवार किया। भूपेश ने कहा कि महंगाई और बेरोजगारी पर उन्होंने कुछ नहीं बोला। पेट्रोल, गैस, डीजल इस पर कुछ नहीं बोला, लेकिन स्काईवॉक के बारे में जरूर बोला कि भूपेश बघेल सरकार स्काईवाक ढहाना चाहते हैं। यदि स्काईवॉक ढहाना चाहते तो पौने 4 साल बीत गए ढहा देते। भूपेश ने तंज कसते हुए कहा कि नड्डा जी यह स्काईवाक नहीं ढहाएंगे। यह डॉ. रमन सिंह और राजेश मूणत के कमीशनखोरी का स्मारक है। इसे हम नहीं ढहाएंगे आप चिंता न करें।
छत्तीसगढ़ भाजपा के प्रभारी बदले जाने पर सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि हंटर चलाती थी, लेकिन बीजेपी ने उसको हटा दिया। अब बिहार के सह प्रभारी नितिन नबीन की बारी है। जब से अजय जामवाल आए हैं तब से बदलाव जारी है। पहले प्रदेश अध्यक्ष बदल दिए, फिर नेता प्रतिपक्ष बदले। अब प्रभारी भी बदलवा दिए। नितिन नबीन कितने दिनों तक रहते हैं यह देखने वाली बात है। भूपेश ने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष किसी प्रदेश के मुख्यमंत्री का 9 बार नाम लें। छत्तीसगढ़ के बारे में वह क्या सोचते हैं यह समझ आ जाता है।
नान, धान, खदान और भी कई घोटाले किए हैं
भूपेश बघेल ने कहा कि कांग्रेस की सरकार स्थित है, स्थाई है और आने वाले समय में रिपीट भी होगी। जहां तक आरोप लगाने की बात है। डॉ. रमन सिंह को सीधे बोल नहीं सकते। उन्होंने स्काईवाक का उदाहरण दिया है। सब जानते हैं डॉ. रमन सिंह और राजेश मूणत के कमीशनखोरी के यह कारण बना है। भूपेश ने कहा कि नड्डा जी पिछली सरकार के बारे में बता रहे हैं कि खूब शोषण भाजपा ने किया छत्तीसगढ़ का किया है। जब भी चुनाव होते थे ब्लॉक लेबल तक उगाही करते थे। भ्रष्टाचार का अड्डा बनाकर रखे थे। नान में घोटाला, धान में घोटाला, खदान में घोटाला… कहां-कहां घोटाला नहीं हुआ। भ्रष्टाचार की जांच नहीं होने के लिए ये लोग कोर्ट से स्टे भी लेते हैं। पूर्व नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक कोर्ट चले जाते हैं। इससे बड़ा उदाहरण और क्या हो सकता है।
करोड़ों खर्च कर क्या बनाएं माचिस की डिब्बी
नई राजधानी का विकास ठप होने के नड्डा के आरोप पर पलटवार करते हुए भूपेश ने कहा कि हमने कभी नहीं कहा कि नया राजधानी हमने बसाया है। हजारों करोड़ रुपये वहां लगा दिए और क्या बनाएं हैं माचिस की डिब्बी। हवा चलती है तो मंत्रालय की दिवाल हिलने लगती है। खिड़की खड़खड़ाने लगती है। भ्रष्टाचार का नमूना है और आज तक बस नहीं पाया है। 15 साल रहे क्यों नहीं बसा पाए। रमन सिंह मुख्यमंत्री निवास, राज्यपाल और मंत्रियों के निवास तक नहीं बना पाए, वहां बसेगा कौन? आज खंडहर पड़ा हुआ है। हम दावा नहीं कर रहे हैं कि नवा रायपुर को हमने बनाया है। नई राजधानी का शिलान्यास सोनिया गांधी ने अजीत जोगी के शासनकाल में किया था, लेकिन नक्शा उल्टा-पुल्टा करके इतना महंगा बनाएं हैं कि कोई सीमा नहीं है।