पितृ पक्ष की शुरुआत 11 सितंबर रविवार से होगी। सर्वार्थ सिद्धि योग में प्रतिपदा का श्राद्ध होगा। द्वितिया का श्राद्ध में जय योग रहेगा। धूनी ध्यान केंद्र शकुंतला पीठ के आचार्य डा.अमरेश मिश्र ने बताया कि
पितृ पक्ष की शुरुआत 11 सितंबर रविवार से होगी। सर्वार्थ सिद्धि योग में प्रतिपदा का श्राद्ध होगा। द्वितिया का श्राद्ध में जय योग रहेगा। धूनी ध्यान केंद्र शकुंतला पीठ के आचार्य डा.अमरेश मिश्र ने बताया कि पूर्वाभाद्र नक्षत्र सिद्ध योग में प्रतिपदा का प्रथम श्राद्ध किया जाएगा। शुभयोग में तृतीया व वृद्धि योग में चतुर्थी का श्राद्ध होगा। यंत्र गुरुपूर्णा महायोग में पंचमी, भाद्र नंदा सिद्ध योग में षष्ठी, रोहिणी नक्षत्र व वत्स योग में सप्तमी का श्राद्ध होगा। अष्टमी के श्राद्ध के दिन सौम्य योग रहेगा। माता, दादी, परदादी, नानी आदि की श्राद्ध की तिथि का ज्ञान न होने पर नवमी को श्राद्ध कर सकते हैं। दसमी का श्राद्ध स्थिर योग में किया जाएगा। सिद्धि शिवयोग में द्वादशी का श्राद्ध किया जाएगा। अमावस्या श्राद्ध रविवार 25 सितंबर को शुभयोग में होगा।