छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा जिले में 2 हार्डकोर नक्सलियों ने हिंसा का रास्ता छोड़ आत्मसमर्पण कर दिया। एक नक्सली जनताना सरकार का अध्यक्ष है तो दूसरा मिलिशिया सेक्शन कमांडर है।
छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बस्तर संभाग में माओवादियों के खिलाफ चलाए जा रहे एंटी नक्सल ऑपरेशन में फोर्स को लगातार सफलता मिल रही है। हार्डकोर माओवादी मुठभेड़ में मारे जा रहे हैं या फिर फोर्स के दबाव में सरेंडर कर रहे हैं। दंतेवाड़ा जिले में 2 हार्डकोर नक्सलियों ने हिंसा का रास्ता छोड़ आत्मसमर्पण कर दिया। एक नक्सली जनताना सरकार का अध्यक्ष है तो दूसरा मिलिशिया सेक्शन कमांडर है। सरेंडर करने वाले दोनों नक्सलियों पर इनाम घोषित था। दोनों मलांगिर एरिया कमेटी के पोटाली पंचायत क्षेत्र में सक्रिय थे।
मिली जानकारी के मुताबिक लोन वर्राटू (घर वापस आइये) अभियान के तहत मलांगिर एरिया कमेटी में सक्रिय एक लाख रुपये के इनामी जनताना सरकार अध्यक्ष जोगा मंडावी उर्फ लामी जोगा और मिलिशिया सेक्शन कमांडर केसा मंडावी ने सरेंडर किया है। दोनों नक्सलियों ने सीआरपीएफ के डीआईजी विनय कुमार सिंह एवं दंतेवाड़ा SP सिद्धार्थ तिवारी के सामने माओवादियों की खोखली विचारधारा से त्रस्त होकर आत्मसमर्पण कर दिया। बता दें कि अभी दंतेवाड़ा, बीजापुर, सुकमा जिलों हुए लगातार मुठभेड़ों में कई इनामी हार्डकोर नक्सली मारे जा चुके हैं।
अब तक 552 माओवादियों का सरेंडर
दंतेवाड़ा एसपी सिद्धार्थ तिवारी ने बताया कि दोनों नक्सलियों पर फोर्स को नुकसान पहुंचाने, हत्या, आगजनी, लूट, IED, ब्लास्ट जैसे कई अपराध थानों में दर्ज है। सुरक्षा बलों के ऑपरेशन से नक्सली बैकफुट पर हैं। कई हार्डकोर नक्सली मुठभेड़ में मारे गए हैं या फिर लोन वर्राटू अभियान के तहत सरेंडर कर रहे हैं। दंतेवाड़ा जिले में अब तक 137 इनामी नक्सली सहित 552 माओवादी हिंसा का रास्ता छोड़कर समाज की मुखधार में शामिल जुड़े चुके हैं। एसपी सिद्धार्थ तिवारी ने कहा कि सरेंडर माओवादियों को राज्य सरकार की पुनर्वास नीति का लाभ दिया जाएगा।