एक युवती का अपने प्रेमी के साथ प्रेम-प्रसंग चल रहा था। इसी बीच युवती का निकाह तय हो गया। शादी के बाद युवती अपने पति के साथ रहने लगी, लेकिन अपने प्रेमी को भूल नहीं सकी।
युवक और युवती की प्रेम-प्रसंग के मामलों में जहां समाज के लोग दुश्मन बन जाते हैं वहीं एक शख्स ने प्रेमी जोड़ों को मिलाने के लिए अपने सपनों को दांव पर लगा दिया। इतना ही नहीं उसने खुद अपने हाथ महिला का हाथ प्रेमी के हाथ में खुशी-खुशी सौंप दिया। दरअसल एक युवती का अपने प्रेमी के साथ प्रेम-प्रसंग चल रहा था। इसी बीच युवती का निकाह तय हो गया। शादी के बाद युवती अपने पति के साथ रहने लगी, लेकिन अपने प्रेमी को भूल नहीं सकी। ससुराल में रहने के बाद भी युवती प्रेमी से चोरी-छिपे बात किया करती थी। इसकी भनक जब पति को लगी तो उसने मना किया। शादी के चार महीने बीत चुके थे लेकिन युवती नहीं मानी। एक दिन दोनों को रंगे हाथ पकड़ा तो पंचायत बैठ गई। पंचायत के दौरान युवक ने अपनी बीवी का हाथ खुशी-खुशी उसके प्रेमी के हाथ में सौंप दिया।
मामला रामपुर जिले के अजीमनगर थाना क्षेत्र के दौकपुरी टांडा गांव का है। गांव निवासी एक युवती का खेड़ा टांडा के युवक के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा था। युवती के परिजनों ने उसकी मर्जी के खिलाफ चार माह पहले उसका निकाह दूसरे युवक से करा दिया। शादी के बाद नवविवाहिता अपने पति के साथ उसके घर रहने लगी। कुछ दिन साथ रहने के बाद नवविवाहिता को अपने प्रेमी की याद आने लगी।
नवविवाहिता ने मौका पाकर अपने प्रेमी से रोजाना घंटों बात करना शुरू कर दी। पति के लाख समझाने के बाद भी वह अपने प्रेमी से बात करने लगी। 5 दिन पूर्व नवविवाहिता अपने प्रेमी के साथ पकड़ी गई तो हंगामा हो गया। दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर गंभीर आरोप लगाते हुए मामले की शिकायत पुलिस से की। पुलिस के दबाव के चलते गांव में पंचायत बैठ गई। दोनों पक्षों की सुनने के बाद पंचायत अपना फैसला सुनाने ही वाली थी। पंचायत का फैसला सुनने से पहले ही पति ने अपनी पत्नी का हाथ उसके प्रेमी को सौंप दिया। 3 दिन से गांव में चल रहे घटनाक्रम का शुक्रवार को समापन हो गया।