वाराणसी में मां-बेटी की हत्या की गुत्थी सुलझ गई है। पुलिस ने चार महीने के भीतर इस हत्याकांड की गुत्थी सुलझा दी है। पुलिस के मुताबिक दो सगे भाईयों ने पैसों के लालच में मां-बेटी की हत्या की थी।
वाराणसी के नरिया स्थित प्राथमिक विद्यालय के पास एक मकान में मां-बेटी की हत्या की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। जुलाई में मां-बेटी की धारधार हथियार और लोहे के रॉड से काटकर हत्या कर दी थी। ये ब्लाइंड डबल मर्डर वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस के लिए चैलेंज था। पुलिस के मुताबिक हत्यारे दो सगे भाई अमन और अतुल विश्वकर्मा हैं और दोनो मूल रूप से भदोही के रहने वाले हैं। पुलिस के मुताबिक आरोपियों ने दो-तीन दिन बकायदा रेकी की थी और फिर घटना वाले रात घर के पीछे वाले रास्ते से घर में प्रवेश किया था। पुलिस के मुताबिक चोरी और लूट के इरादे से हत्या की गई थी। पुलिस के मुताबिक विजय पाल नामक पड़ोसी ने दिया था आरोपियों को लूट एवं हत्या का आइडिया दिया था।
पुलिस के मुताबिक आरोपियों ने हथौडे और लोहे के रॉड से सर पर वार कर दोनों महिलाओं की हत्यी की थी। पुलिस के मुताबिक मां-बेटी के दोनो मोबाइल फोन सहित ज्वैलरी और कैश भी आरोपियों के पास से बरामद किया गया है। इसमें से एक आरोपी अमन पहले भी नागपुर महाराष्ट्र में हत्या एवं चोरी के मामले में जेल जा चुका है।
नरिया स्थित प्राथमिक विद्यालय के पास मकान के भीतर मां सुनीता पांडेय (55) और बेटी दीपिका (28) का शव मिला था। करीब दस दिन बाद लाश में से दुर्गंध फैलने के बाद लोगों ने पुलिस को सूचित किया था। पुलिस ने कमरे से खून लगी हथौड़ी, रॉड और ब्लेड समेत कई चीजें बरामद की थी।