केरल कांग्रेस के अध्यक्ष के. सुधाकरण ने कहा कि शशि थरूर योग्य नेता हैं और वह कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव के लिए उतर सकते हैं क्योंकि कांग्रेस एक लोकतांत्रिक पार्टी है। यहां सभी को हक है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर के पार्टी अध्यक्ष पद के चुनाव में उतरने की अटकलें लगाई जा रही हैं। जी-23 का हिस्सा रहे शशि थरूर की दावेदारी से कांग्रेस में मतभेद देखने को मिल सकते हैं। इस बीच केरल कांग्रेस के अध्यक्ष के. सुधाकरण ने कहा कि शशि थरूर योग्य नेता हैं और वह कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव के लिए उतर सकते हैं क्योंकि कांग्रेस एक लोकतांत्रिक पार्टी है। सुधाकरण ने कहा कि यदि शशि थरूर चुनाव लड़ना चाहते हैं तो फिर उन पर आरोप लगाने का कोई मतलब नहीं है। कांग्रेस एक लोकतांत्रिक दल है और उसके नेताओं को हक है कि वह पार्टी के सर्वोच्च पद के लिए चुनाव में उतरें।
सुधाकरण ने कहा, ‘इसमें हैरानी की बात क्या है? क्या वह एक योग्य उम्मीदवार नहीं हैं? कांग्रेस के सभी सदस्यों को चुनाव में उतरने की आजादी और अधिकार है क्योंकि यह एक लोकतांत्रिक दल है। यदि वह लड़ना ही चाहते हैं तो ऐसा कर सकते हैं। पार्टी उनके फैसले को स्वीकार करेगी। यदि मुझे वोट मिल जाएं तो फिर मैं ही जीत जाऊंगा।’ उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पास यह ताकत है कि वह लोकतांत्रिक तरीकों से सभी मसलों का हल कर सके। बता दें कि शशि थरूर ने चुनाव लड़ने के संकेत दिए हैं। मंगलवार को इस बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा था कि एक बार चुनाव की अधिसूचना जारी हो जाए। फिर वह अपनी उम्मीदवारी के बारे में फैसला लेंगे।
दरअसल शशि थरूर उन 23 नेताओं में से एक थे, जिन्होंने कुछ साल पहले सोनिया गांधी को एक चिट्ठी लिखी थी। इस लेटर में पार्टी को नियमित अध्यक्ष देने और संगठन में व्यापक बदलाव करने की मांग की गई थी। इस लेटर के बाद बवाल मच गया था और कांग्रेसियों के बीच कलह देखने को मिली थी। लेटर लिखने वाले नेताओं में गुलाम नबी आजाद, भूपिंदर सिंह हुड्डा, मनीष तिवारी, पृथ्वीराज चव्हाण और कपिल सिब्बल जैसे सीनियर नेता शामिल थे। बता दें कि इनमें से कपिल सिब्बल और गुलाम नबी आजाद कांग्रेस से अपना नाता तोड़ चुके हैं। इसके अलावा बाकी नेता पार्टी में रहते हुए भी बागी तेवप अपनाए हुए हैं।