अडानी इलेक्ट्रिसिटी मुंबई के मुताबिक 7 लाख स्मार्ट मीटर पहले चरण का लक्ष्य है और शेष 20 लाख उपभोक्ताओं को वित्त वर्ष 2025 के अंत तक स्मार्ट मीटर मिल जाएंगे। इसकी पैरेंट कंपनी अडानी ट्रांसमिशन है।
देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में घर-घर स्मार्ट मीटर लगाने के लिए गौतम अडानी की कंपनी अडानी इलेक्ट्रिसिटी मुंबई (एईएमएल) ने बड़े निवेश का ऐलान किया है। कंपनी ने बताया कि वह 2023 के अंत तक मुंबई में 7 लाख उपभोक्ताओं के लिए स्मार्ट मीटर लगाने के लिए 500 करोड़ रुपये का निवेश कर रही है। आपको बता दें कि एईएमएल की पैरेंट कंपनी अडानी ट्रांसमिशन है, जो शेयर बाजार में लिस्टेड है।
क्या है आगे की योजना: अडानी इलेक्ट्रिसिटी मुंबई के मुताबिक 7 लाख स्मार्ट मीटर पहले चरण का लक्ष्य है और शेष 20 लाख उपभोक्ताओं को वित्त वर्ष 2025 के अंत तक स्मार्ट मीटर मिल जाएंगे। मुख्य परिचालन अधिकारी कपिल शर्मा ने बताया कि कंपनी ने 1.10 लाख ऐसे स्मार्ट मीटर लगाए हैं, और शेष 5.90 लाख 2023 के अंत तक पहले चरण को पूरा करने के लिए किए जाएंगे।
शर्मा ने कहा कि मीटर उपभोक्ताओं को बिजली की खपत पर रीयल-टाइम अपडेट प्राप्त करने में मदद करेंगे। इसके अलावा भुगतान न करने की स्थिति में कंपनी को अपनी संग्रह दक्षता में सुधार करने में सक्षम बनाएंगे क्योंकि यह दूर से मीटर को डिस्कनेक्ट कर सकता है।
कितनी होगी लागत: कंपनी के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी कंदरप पटेल ने कहा कि स्मार्ट मीटर की प्रत्येक इकाई की लागत 1,000 रुपये तक होती है, लेकिन समय के साथ होने वाले परिचालन खर्चों में बचत पहले की लागत से अधिक है। अतिरिक्त खर्च की लागत अंतत: ग्राहकों को ही वहन करनी होगी।
बता दें कि अडानी समूह की इस कंपनी ने करीब 4 साल पहले अनिल धीरूभाई अंबानी समूह से रिलायंस एनर्जी का अधिग्रहण किया था। यह अधिग्रहण 18,000 करोड़ रुपये में हुआ था।