दो पक्षों में हुए विवाद के बाद एक पक्ष की तरफ से एफआईआर दर्ज करने के नाम पर 20 हजार रिश्वत लेते दारोगा और सिपाही को गिरफ्तार किया गया है। एंटी करप्शन टीम ने पुलिस चौकी में ही दोनों को गिरफ्तार किया।
दो पक्षों में हुए विवाद के बाद एक पक्ष की तरफ से एफआईआर दर्ज करने के नाम पर 20 हजार रिश्वत लेते दारोगा और सिपाही को गिरफ्तार किया गया है। एंटी करप्शन की टीम ने पुलिस चौकी में ही अचानक धावा बोलकर दोनों को पकड़ लिया। मामला संभल के रजपुरा थाना क्षेत्र के डीएसएम पुलिस चौकी का है। दोनों को गिरफ्तार कर एंटी करप्शन की टीम बहजोई थाने ले गई। वहां से आवश्यक कार्रवाई की गई। माना जा रहा है कि यही से दोनों को कोर्ट में पेश किया जाएगा।
एंटी करप्शन टीम में शामिल इस्पेक्टर वीके सिंह ने बताया कि कुछ समय पहले रजपुरा थाना क्षेत्र के दोहरी गांव के अनिल के साथ गांव के ही कुछ लोगों का विवाद हुआ था। इस मामले में 8 अगस्त को एनसीआर दर्ज की गई थी। एनसीआर में पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।
पुलिस से कार्रवाई की गुहार लगाई तो दारोगा दीपक कुमार के कहने पर सिपाही आनंद कुमार ने एफआईआर और कार्रवाई करने के लिए 20 हजार रुपये की रिश्वत मांगी। रिश्वत की शिकायत एंटी करप्शन टीम से की गई। एंटी करप्शन टीम ने दारोगा और सिपाही को रिश्वत लेते गिरफ्तार करने के लिए पूरा प्लान तैयार किया। मंगलवार को रिश्वत के लिए 20 हजार रुपये देकर वादी अनिल को दारोगा के पास भेजा।
दारोगा से पहले सिपाही आनंद कुमार ने 20 हजार रुपये लिए और दरोगा दीपक कुमार को दिया। जैसे ही रुपये सिपाही ने दारोगा को रुपये दिये एंटी करप्शन की टीम ने धावा बोल दिया। दोनों को पुलिस चौकी से ही गिरफ्तार कर लिया गया। इसके बाद अपनी गाड़ी में दोनों को बैठाकर टीम के सदस्य थाने लेकर आ गए। इस दौरान सिपाही लगातार खुद को निर्दोष बताता रहा। उसने इसके लिए दारोगा को जिम्मेदार बताया।