तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर ने कहा कि शाह को जनता को जवाब देना होगा कि कृष्णा का पानी उन्हें पूरी तरह क्यों नहीं मिला है। साथ ही उन्होंने कहा कि कोई कल्याणकारी योजना बंद नहीं की जाएंगी।
तेलंगाना में सियासी माहौल बनना शुरू हो गया है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह रविवार को दक्षिण भारतीय राज्य पहुंच रहे हैं। वहीं, शुक्रवार को मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने भी केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला। राज्य की मुनुगोडे विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव ने राजनीतिक हलचल तेज कर दी है। राज्य में साल 2023 के अंत में विधानसभा चुनाव हो सकते हैं।
शनिवार को केसीआर ने सभी ‘प्रगतिशील ताकतों’ से एक साथ आने की अपील की। उन्होंने तेलंगाना के विकास मॉडल को गुजरात से बेहतर बताया। उन्होंने साफ कर दिया है कि उनकी तेलंगाना राष्ट्र समिति पार्टी भाजपा का सामना करने के लिए तैयार है। उन्होंने शनिवार को नालगोंडा जिले में रैली आयोजित की। शाह भी यहा रैली करने जा रहे हैं। कांग्रेस नेता के राज गोपाल रेड्डी के पार्टी से इस्तीफा के बाद यहां उपचुनाव हो रहा है।
केसीआर ने कहा कि शाह को जनता को जवाब देना होगा कि कृष्णा का पानी उन्हें पूरी तरह क्यों नहीं मिला है। साथ ही उन्होंने कहा कि कोई कल्याणकारी योजना बंद नहीं की जाएंगी। साथ ही यह उनकी अंतिम सांस तक जारी रहेंगी। तेलंगाना सीएम ने लोगों से भाजपा को सबक सिखाने की बात कही है। उन्होंने इसे ‘जीवन का सवाल’ बताया है।
खास बात है कि नालगोंडा के एक हिस्से को भाजपा का कमजोर क्षेत्र माना जाता है। पार्टी ने दावा किया है कि मुख्यमंत्री ने क्षेत्र के विकास के लिए बीते साढ़े 8 सालों में एक भी रुपया खर्च नहीं किया है। इसके अलावा केसीआर कांग्रेस पर भी सवाल उठा रहे हैं। उनका कहना है कि कांग्रेस को वोट देना बर्बादी है, क्योंकि वह चुनाव में कहीं नहीं है।
अहम है सीट
केसीआर ने मुनुगोडे विधानसभा क्षेत्र में अपना अभियान शुरू कर दिया है। साथ ही सीट की अहमियत का अंदाजा इसी चीज से लगाया जा सकता है कि शीर्ष नेताओं ने चुनाव की तारीखों का ऐलान पहले होने से ही बिगुल फूंक दिया है।