कश्मीर के शोपियां में कश्मीरी पंडित सुनील भट्ट के हत्या के आरोपी आतंकी के घर को कुर्क कर दिया गया है। पुलिस इस साल अब तक 10 घर कुर्क कर चुकी है जहां आतंकी पनाह लेते थे।
शोपियां में कश्मीरी पंडित की हत्या करने वाले संदिग्ध आतंकियों का घर प्रशासन ने कुर्क कर दिया है। एक दिन पहले ही आतंकी के पिता और तीन भाइयों को गिरफ्तार कर लिया गया था। उनपर आतंकी को शरण देने का आरोप है। पुलिस का कहना है कि आदिल वानी ने सुनली कुमार भट्ट की हत्या की है। इसके बाद वह कुटपुरा में अपने घर चल गया था।
पुलिस ने कहा, पुलिस ने घेराबंदी और सर्च ऑपरेशन शुरू किया था लेकिन वानी भाग निकला। वह प्रतिबंधत अल-बदर संगठन से ताल्लुक रखता है। पुलिस पार्टी पर ग्रेनड फेंकने के बाद वह अंधेरे का फायदा उठाकर भाग निकला था। कश्मीर के एडीजी विजय कुमार ने पुष्टि की है कि वानी के घर को सील कर दिया गया है। मंगलवार को उन्होंने कहा था कि आतंकी और उसके सहयोगी या तो गिरफ्तार होंगे या फिर मारे जाएंगे।
पिछले महीने पुलिस ने श्रीनगर में पांच घरों को कुर्क किया था। इन घरों में आतंकी पनाह लिया करते थे। इस साल अब तक कश्मीर में इस तरह के 10 घर अटैच किए जा चुके हैं। 1 मई से जम्मू-कश्मीर में 8 आम नागरिक टारगेट किलिंग का शिकार हो चुके हैं। 48 साल के भट्ट एक फल उत्पादक थे। इस हमले में उनके रिश्तेदार पीतांबर नाथ भट घायल हो गए हैं जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा है कि हत्या करने वालों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। वहीं आतंकी संगठन केएफएफ ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। इस संगठन को पाकिस्तान के लश्कर-ए-तैयबा का ही हिस्सा माना जाता है। सुनील भट्टी की हत्या करने वालों ने पहले उनका नाम पूछा था और इसके बाद उनपर फायरिंग कर दी। केएफएफ ने कहा था कि भट्ट तिरंगा रैली में शामिल हुए ते इसलिए उनकी हत्या की गई।