छत्तीसगढ़ में पिछले 3 दिनों से हो रही भारी बारिश अब लोगों के लिए आफत बन गई है। कांकेर जिले में रविवार देर रात एक कच्चा मकान बारिश में ढह गया, जिससे एक ही परिवार के 5 लोगों की मौत हो गई है।
छत्तीसगढ़ में पिछले 3 दिनों से भारी बारिश हो रही है। बारिश कई इलाकों के लोगों के लिए आफत बन गई है। कांकेर जिले में रविवार देर रात एक कच्चा मकान बारिश में ढह गया, जिससे एक ही परिवार के 5 लोगों की मौत हो गई। मृतकों में माता-पिता और उनकी 3 बेटियां शामिल हैं। भारी बारिश जिला प्रशासन व पुलिस की टीम नाव से गांव पहुंची। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस हृदय विदारक घटना पर शोक जताते हुए जिला प्रशासन के अफसरों व पुलिस टीम को गांव पहुंचकर आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए थे।
मिली जानकारी के मुताबिक हादसा पंखाजूर तहसील के बांदे थाना क्षेत्र में हुआ है। ग्राम पंचायत विकासपल्ली के ग्राम पीव्ही-110 में भारी बारिश की वजह से परिमल मलिक का कच्चा मकान ढह गया, जिससे परिमल की पत्नी सुमित्रा मलिक, तीन बेटियों प्रतिभा मलिक (8 वर्ष), प्रीति मलिक (5 वर्ष) व श्रुति मलिक (3 वर्ष) की मौत हुई है। रविवार को रात यह हादसा हुआ है। सभी घर में सो रहे थे, तभी दीवार में दबकर सभी की मौत हो गई। ग्रामीणों को इस घटना की जानकारी सुबह हुई, जिसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। स्थानीय विधायक अनूप नाग ने घटना की जानकारी के बाद गांव तक पहुंचने राज्य शासन से हेलीकॉप्टर की मांग की थी, लेकिन मौसम खराब होने के चलते हेलीकॉप्टर से आना स्थगित कर दिया गया।
5 लोगों की मौत से गांव में पसरा मातम
जिला प्रशासन के अफसरों ने बताया कि सूचना मिलने के बाद जिला प्रशासन और पुलिसकर्मियों की एक टीम को गांव रवाना किया गया है। यह अति नक्सल प्रभावित क्षेत्र है। पिछले 3 दिनों से हो रही लगातार बारिश की वजह से नदी-नाले उफान पर है। सड़क मार्ग से गांव का संपर्क टूट गया है। प्रशासन की टीम नाव के सहारे गांव तक पहुंची है। परिवार में और लोगों के नहीं होने की बात कही जा रही है। स्वतंत्रता दिवस के दिन 5 लोगों की मौत की खबर से पूरे गांव में मातम पसरा हुआ है।
गांव में पीएम के बाद होगा अंतिम संस्कार
छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने कांकेर जिले के पखांजूर तहसील के ग्राम पंचायत विकासपल्ली के ग्राम पीव्ही-110 में दीवार ढहने से परिमल मलिक, उसकी पत्नी और 3 बच्चों की मौत की घटना पर शोक जताया है। उन्होंने जिला प्रशासन कांकेर को पीड़ित परिवार के परिजनों को आरबीसी 6-4 के तहत तत्काल सहायता प्रदान करने के निर्देश दिए हैं। तहसीलदार शशिशेखर मिश्रा ने बताया कि बारिश के चलते शवों को अस्पताल तक ले जाना संभव नहीं है। ऐसे में डॉक्टरों को बुलाया गया है। सभी का गांव में ही पोस्टमार्टम कराया जाएगा। इसके बाद शवों का अंतिम संस्कार होगा।