राजधानी लखनऊ में शातिरों ने यूको बैंक को चूना लगा दिया। नकली सोने से लोन ले लिया।
गोल्ड लोन देने के लिए यूको बैंक ने शुभम ज्वैलर्स के मालिक रामवीर पुरोहित को वैल्यूवर नियुक्त किया था। सोना गिरवी रखे जाने पर रिपोर्ट बनाने का जिम्मा रामवीर पुरोहित का था। जिसने साथियों की मदद से नकली सोने को असली होने की रिपोर्ट तैयार कर बैंक में लगाते हुए करीब 40 लाख रुपये का लोन करा दिया। समय पर किस्ते जमा नहीं हुई। जिसके चलते ब्याज समेत करीब 40 लाख रुपये का हेरफेर हुआ।
छह अगस्त को शिक्षक सुरेंद्र की शिकायत पर बंथरा पुलिस ने रामवीर पुरोहित को उसके दो साथियों संग गिरफ्तार कर लिया। जिसके बाद बैंक की तरफ से जांच कराई गई। नए वैल्यूवर से सोने की जांच कराए जाने पर धोखाधड़ी सामने आई। यूको बैंक के मुख्य प्रबंधक सौरभ पाण्डेय की तरफ से रामवीर पुरोहित व उसके साथियों के खिलाफ आशियाना और सरोजनीनगर कोतवाली में मुकदमे दर्ज कराए गए हैं।
तीन ब्रांच में फर्जी रिपोर्ट कराई थी जमा
यूको बैंक के मुख्य प्रबंधक सौरभ पाण्डेय के मुताबिक रामवीर पुरोहित ने औरंगाबाद, सरोजनीनगर चन्द्रावल और सरोजनीनगर बेहसा ब्रांच में गिरवी रखे गए सोने की रिपोर्ट तैयार कर जमा कराई थी। जिसमें आधार पर करीब 40 लाख के लोन पास किए गए। अधिकांश में रुपये वापस नहीं मिले। सौरभ के अनुसार आशियाना औरंगाबाद स्थित ब्रांच में आरोपी की रिपोर्ट पर सात लोन पास किए गए थे। जिनमें से पांच में फर्जी रिपोर्ट लगा कर 24 लाख का लोन जारी किए जाने की बात सामने आई। वहीं, चन्द्रावल ब्रांच में छह लोगों के गिरवी रखे गए जेवरों की जांच वैल्यूवर जुगल किशोर रस्तोगी से कराई गई। दो पैकेट में नकली जेवर मिले। जिन पर करीब 12 लाख का लोन कराया गया था। वहीं, सरोजनीनगर बेहसा स्थित ब्रांच में रामवीर की रिपोर्ट पर पास किए गए सात में से दो लोन में अनियमित्ता सामने आई। बेहसा ब्रांच से करीब चार लाख रुपये का लोन नकली गहने को असली बता कर लिया गया था।
चारबाग ब्रांच से शुरू हुई थी गड़बड़ी
शुभम ज्वैलर्स के संचालक रामवीर पुरोहित ने सबसे पहले यूको बैंक चारबाग शाखा में जाली रिपोर्ट जमा करते हुए नकली गहनों पर लोन कराया था। गिरफ्तारी के बाद आरोपी ने बंथरा पुलिस को कई अहम जानकारियां दी थी। जिसके बाद ही बैंक ने भी नए वैल्यूवर जुगल किशोर रस्तोगी से जांच कराने के साथ ही गोल्ड लोन का ऑडिट कराया। सौरभ पाण्डेय की तरफ से दो मुकदमे आशियाना कोतवाली में दर्ज कराए गए हैं। जिनमें रामवीर पुरोहित के साथ अनुपमा श्रीवास्तव निवासी सरदारीखेड़ा आलमबाग, शैलेंद्र कुमार निवासी आशियाना एलडीए कालोनी, बंथरा बाजार निवासी वीरेंद्र जायसवाल और बंथरा सिंकदरपुर निवासी विजय सैनी को भी आरोपी बनाया गया है। एडीसीपी मध्य राजेश श्रीवास्तव के मुताबिक रामवीर पुरोहित साथी राघवेंद्र श्रीवास्तव और उमेश यादव के साथ पहले से ही जेल में बंद है। ऐसे में बचे हुए नामजद आरोपियों की तलाश में दबिश दी जा रही है।