राजनीति जो ना कराए। कभी जिन आरजेडी अध्यक्ष लालू यादव ने बिहार कांग्रेस के प्रभारी भक्त चरण दास को भकचोन्हर कहा था आज नीतीश सरकार में कांग्रेस का मंत्री बनवाने उन्हीं लालू के पास भक्त गए।
राजनीति बहुत प्यारी चीज है। दुश्मन में प्यार करा दे और दोस्तों में दुश्मनी। कल तक गहरे दोस्त नीतीश कुमार और सुशील मोदी अब एक-दूसरे का मजा ले रहे हैं। नीतीश कह रहे हैं कि उनको कोसने और जेडीयू पर कुछ बोलने से सुशील मोदी का पुनर्वास हो जाए तो अच्छा है। सुशील मोदी कह रहे हैं कि ममता बनर्जी, अरविंद केजरीवाल, के चंद्रशेखर राव सभी सीएम पीएम बनना चाहते हैं।
ऐसे ही कांग्रेस के बिहार प्रभारी भक्त चरण दास जिनको कभी आरजेडी अध्यक्ष लालू यादव ने भकचोन्हर कह दिया था वो शनिवार को नीतीश सरकार में कांग्रेस का मंत्री बनवाने और सम्मानजनक प्रतिनिधित्व की बात करने लालू यादव से मिलने गए।
भक्त चरण दास ने शुक्रवार को राजद सुप्रीमो लालू यादव से मुलाकात की। नई दिल्ली में हुई इस मुलाक़ात के बाद भक्त चरण दास ने कहा कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार में बनी महागठबंधन की सरकार में कांग्रेस की भागीदारी को लेकर लालू यादव से बातचीत हुई। उन्होंने कहा कि महागठबंधन सरकार में कांग्रेस पार्टी के मंत्रियों की संख्या सम्मानजनक होगी।
सूत्रों का कहना है कि नीतीश सरकार का कैबिनेट विस्तार 16 अगस्त को हो सकता है जिस दिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के अलावा 33 और अन्य मंत्रियों का शपथ ग्रहण हो सकता है। सरकार में जेडीयू, आरजेडी, कांग्रेस, हम के अलावा कुछ वामपंथी पार्टियों के भी विधायक मंत्री बन सकते हैं।
चर्चा है कि आरजेडी-जेडीयू के बीच 50-50 मंत्री का फॉर्मूला तय हुआ है जिसमें जेडीयू कांग्रेस और हम से अपने कोटे से मंत्री बनाएगी जबकि आरजेडी अपने कोटे से लेफ्ट से मंत्री बनाएगी। सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस को बिहार विधानसभा में स्पीकर के अलावा तीन मंत्री का पद मिल सकता है जो उसे जेडीयू अपने कोटे से देगी। अगर स्पीकर नहीं मिला तो कांग्रेस के चार मंत्री बन सकते हैं जिसमें पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा, विधायक दल के नेता अजित शर्मा, शकील अहमद खां और राजेश राम का नाम चर्चा में है।