सनकी भतीजे ने चाची को चाकू गोदकर मार डाला, पत्नी को मायके से न बुलाए जाने पर था नाराज

आगरा में एक भतीजे ने अपनी चाची को चाकू गोदकर मार डाला। युवक अपनी पत्नी को मायके से बुलाने के लिए चाची से कह रहा था। युवक ने अपनी चाची को 6 घंटों तक कमरे में बंद रखा, जब बाहर निकले तो खुन से लथपथ थे।

आगरा के चित्राहट में भतीजे द्वारा अपनी चाची की हत्या करने का मामला सामने आया है। सनकी युवक ने चाकू से गोदकर चाची की हत्या की है। यहां तक कि उसने खुद को भी जख्मी कर लिया। युवक अपनी पत्नी को समझाकर मायके से बुलाने के लिए चाची से कह रहा था। इसी बात पर दोनों में विवाद हो गया जिसके उसने चाची को छह घंटे तक कमरे में बंधक बनाए रखा। जब दरवाजा खुला तो दोनों खून में लथपथ थे। परिजन दोनों को इलाज के लिए लेकर भागें। लेकिन रास्ते में ही चाची ने दम तोड़ दिया वहीं युवक का इलाज चल रहा है।

ये घटना चित्राहट के शाहपुरा ब्राह्मण गांव की है। विकास की शादी पिनाहट के गांव क्योरी की रहने वाली प्रीति के साथ हुई थी। कुछ दिन पहले पति-पत्नी में किसी बात पर विवाद हो गया जिसके बाद प्रीति गुस्से में मायके चली गई। विकास ने फोन पर प्रीति को मनाने को प्रयास किया लेकिन उनसे आने से साफ मना कर दिया।

इस बात से विकास काफी परेशान और गुस्से में था। घर पर विकास की दादी रामबेटी और 50 साल की चाची मंजू देवी थीं। विकास ने अपने चाची से प्रीति को फोन करके समझा-बुझाकर वापस बुलाने को कहा। तब मंजू देवी ने उसे समझाते हुए थोड़ी देर रुकने को कहा। मंजू देवी ने कहा वे पहले सोच ले कि बहूं को कैसे समझाना है। इस बात पर विकास को लगा कि चाची उसे टहला रही हैं। वह गुस्से में आकर चाची को कमरे में बंधक बना लिया।

विकास ने एक नहीं सुनी

कमरे का दरवाजा लोहे का है। शोर शराबा होने पर दादी ने दरवाजा खुलवाने का प्रयास किया। विकास ने एक नहीं सुनी। सूचना पर खेत में गए विकास के पिता रामनरेश और उसके चाचा सुभाष घर आ गए।

उन्होंने भी विकास को समझाने का प्रयास किया। वह किसी की बात सुनने को तैयार नहीं था। कई घंटे तक यही ड्रामा चला। घर पर ग्रामीणों की भीड़ जुट गई। लोगों ने दरवाजा तोड़ने का प्रयास किया। दरवाजा लोहे होने के कारण टूटा नहीं। यह देख किसी ने पुलिस को सूचना दे दी।

पत्नी के आने पर खोला दरवाजा

पुलिस ने आकर दरवाजा खुलवाने का प्रयास किया। विकास किसी भी सूरत में दरवाजा खोलने को तैयार नहीं था। वह सनक में कुछ उल्टा सीधा नहीं कर दे यह चिंता घरवालों को सताने लगी। आनन-फानन में उसकी पत्नी प्रीति को फोन किया। रात करीब 11 बजे उसकी पत्नी प्रीति आ गई।

पत्नी के आने के कुछ देर बाद विकास ने दरवाजा खोला। वह लहूलुहान था। अंदर मंजू देवी जख्मी हालत में पड़ी थीं। घरवाले अस्पताल लेकर भागे लेकिन मंजू देवी ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया।

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