सीएम योगी आदित्यनाथ ने शोक संतृप्त परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है। पीड़ितों की तत्काल मदद और राहत के निर्देश देते हुए दो मंत्रियों रामकेश निषाद और राकेश सचान को घटनास्थल पर भेजा है।
बांदा में हुए नाव हादसे में लापता लोगों की तलाश रातभर चलती रही। गुरुवार की दोपहर यमुना की बीच धारा में हुए हादसे में करीब 30 से ज्यादा लोग लापता हैं। हालांकि प्रशासन लापता लोगों की संख्या 17 बता रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शोक संतृप्त परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है। पीड़ितों की तत्काल मदद और राहत के निर्देश देते हुए दो मंत्रियों रामकेश निषाद और राकेश सचान को घटनास्थल पर पहुंचने को कहा है। मृतकों के परिजनों को आपदा राहत कोष से 4-4 लाख रुपए की राहत राशि देने का भी निर्देश दिया है।
मर्का थाना क्षेत्र में गुरुवार दोपहर उफनाती यमुना की बीच धारा में नाव पलटने से उसमें सवार 50 लोग डूब गए थे। इनमें 15 लोग तैरकर किसी तरह बाहर निकल आए। चार लोगों के शव गोताखोरों ने निकाले थे। इनमें दो महिलाएं, एक पुरुष और एक बच्चा है। अन्य लोग हादसे के बीस घंटे बाद भी लापता हैं। एसडीआरएफ की टीमें उनकी तलाश कर रही हैं।
मर्का से हर रोज सैकड़ों लोग नावों से यमुना पार कर फतेहपुर और प्रयागराज आते-जाते हैं। नाविक एक बार में नाव में 40-50 लोगों को एक ओर से दूसरी ओर ले जाते हैं। गुरुवार दोपहर करीब ढाई बजे मर्का से नाव में करीब 50 लोग सवार होकर फतेहपुर जा रहे थे। पानी का बहाव तेज होने से नाव बीच धारा में अनियंत्रित हो गई। उसमें लगा पाल तेज हवा में एक तरफ उड़ा और नाव पलट गयी।
नाव में सवार सभी लोग पानी में समा गए। नाविक समेत जिन 15 लोगों को तैरना आता था, उनमें कोई बांस तो कोई नाव में रखे ट्यूब के सहारे बाहर निकल आया। नाविक को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। तैरकर बाहर निकले लोगों ने बताया कि नाव में करीब 50 लोग सवार थे, इसके अलावा उसमें तीन बाइक और सात साइकिलें भी लदी थीं।