छत्तीसगढ़ के भिलाई स्थित रस्तोगी नर्सिंग कॉलेज में 40 छात्राएं फूड पॉइजनिंग की शिकार हो गईं। वहीं एक छात्रा की मौत भी हुई है। 40 छात्राएं नेहरू नगर के एक निजी अस्पताल में तीन दिन से भर्ती हैं।
छत्तीसगढ़ के इस्पात नगरी भिलाई में संचालित रस्तोगी नर्सिंग कॉलेज में 40 छात्राएं फूड पॉइजनिंग की शिकार हो गईं। फूड पॉइजनिंग से एक छात्रा की मौत भी हुई है। 40 छात्राएं नेहरू नगर के एक निजी अस्पताल में 3 दिनों से भर्ती है। रस्तोगी नर्सिंग कॉलेज प्रबंधन ने मामला छिपाकर रखा। एक छात्रा की मौत के बाद मामला सामने आया है। कॉलेज में 300 छात्राएं रहकर एएनएम और नर्सिंग की पढ़ाई करती है। सूचना पर वैशाली नगर के विधायक विद्यारतन भसीन व भिलाई महापौर नीरज पाल भी हॉस्पिटल पहुंचे। उन्होंने दुर्ग कलेक्टर से बात कर घटना की जानकारी ली।
मिली जानकारी के अनुसार मॉडल टाइन भिलाई के रस्तोगी नर्सिंग कॉलेज में एक के बाद एक 40 छात्राएं बीमार पड़ गईं। सभी को उल्टी दस्त की शिकायतें थी। छात्राओं को नेहरू नगर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सभी छात्राएं फूड पॉइजनिंग का शिकार बताई जा रही है। एक छात्रा कामिनी की मौत हुई है। कामिनी बालोद जिले की रहने वाली थी और रस्तोगी कॉलेज की छात्रा थी। 30 छात्राओं की स्थिति गंभीर बताई जा रही है। जानकारी मिलते ही भिलाई नगर निगम के मेयर नीरज पाल, आयुक्त लोकेश चंद्राकर, उपायुक्त अशोक द्विवेदी सहित कई जनप्रतिनिधि अस्पताल पहुंचे। महापौर नीरज पाल ने दुर्ग कलेक्टर और डॉक्टरों से पूरे मामले पर बात की।
स्वास्थ्य अमले ने लिया पानी का सैंपल
फूड पॉइजनिंग की शिकायत मिलने के बाद निगम आयुक्त लोकेश चंद्राकर स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ मौके पर पहुंचे। आयुक्त के निर्देश पर स्वास्थ्य अमले ने पानी का सैंपल लिया है। इस संबंध में आयुक्त लोकेश चंद्राकर ने बताया कि फूड पॉयजनिंग की शिकायत पर खाद्य विभाग की टीम जांच कर रही है। निगम ने यहां के बोर व टंकी के पानी का सैंपल लिया है। यदि पानी की गुणवत्ता में कमी पाई जाती है तो निगम एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी।
40 छात्राएं अस्पताल में भर्ती, उपचार जारी
स्मृति नगर चौकी प्रभारी युवराज देशमुख ने बताया कि फूड पॉइजनिंग के कारण 40 छात्राओं के बीमार होने की सूचना मिली है। बालोद की कामिनी नाम की छात्रा की मौत हुई है। अभी तक मृतक छात्रा के संबंध में किसी प्रकार शिकायत परिजनों ने नहीं की है। शिकायत मिली तो पुलिस अपनी जांच करेगी। इधर रस्तोगी नर्सिंग कॉलेज प्रबंधन का कहना है कि कामिनी की तबीयत खराब जरूर हुई थी, लेकिन वह ठीक हो गई थी। उसके परिजन उसे बालोद घर लेकर चले गए थे। वहां उसकी मौत हुई है। इस मौत के लिए प्रबंधन जिम्मेदार नहीं है। बीमार छात्राओं को हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है।
आरओ एवं वाटर कूलर खराब होने से तबीयत खराब
रस्तोगी कॉलेज में आवासीय छात्रावास बीमार होने की सूचना पर पर कलेक्टर पुष्पेंद्र मीणा एवं एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव हाइटेक हॉस्पिटल पहुंचे। इससे पूर्व अस्पताल प्रबंधन ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को इसकी जानकारी दी थी। उनकी टीम ने भी मौके पर पहुंच कर छात्राओं की तबीयत की स्थिति जानी। कलेक्टर पुष्पेंद्र मीणा ने हॉस्पिटल में व्यवस्थाओं की जांच के निर्देश दिए थे। जांच में पाया गया कि वाटर कूलर और आरओ खराब स्थिति में थे, जिसकी वजह से पानी खराब था और छात्राओं की तबीयत खराब हुई। कलेक्टर ने पुष्पेंद्र मीणा बताया कि हॉस्टल प्रबंधन की लापरवाही सामने आई है। एक छात्रा की मौत भी हुई है। इस संबंध में कार्यवाही की जा रही है।