गुजरात में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल और कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भाजपा को घेरना शुरू कर दिया है।
शराबबंदी वाले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) शासित राज्य गुजरात में बीते सप्ताह जहरीली शराब दर्जनों लोगों की मौत होने के मामले में राजनीति तेज हो गई है। गुजरात में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल और कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भाजपा को घेरना शुरू कर दिया है। केजरीवाल, भाजपा पर शराब माफिया को राजनीतिक संरक्षण देने का आरोप लगा रहे हैं।
वहीं, भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने शनिवार को अरविंद केजरीवाल के आरोपों पर पलटवार करते हुए उन पर ही साजिश रचने का शक जताया है। मनोज तिवारी ने एक न्यूज चैनल से बात करते हुए कहा कि गुजरात एक ड्राई स्टेट है। वहां जहरीली शराब पीने से हादसा तब हुआ, जब वहां पर अरविंद केजरीवाल के चरण पड़े। उन्होंने कहा कि केजरीवाल और उनका गैंग इतना गिरा हुआ साजिशकर्ता है कि कहीं इसी ने तो जहरीली शराब नहीं परोसी? इसकी जांच होनी चाहिए।
जहरीली शराब पीने से 42 लोगों की हुई थी मौत, अब तक 15 लोग गिरफ्तार
दरअसल, गुजरात के बोटाद जिले में कथित तौर पर जहरीली शराब पीने से 42 लोगों ने अपनी जान गंवा दी थी और करीब 100 लोग बीमार हो गए थे। पुलिस इस मामले में मुख्य आरोपी समेत लोगों को शराब बेचने वाले 15 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी हैं।
गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी ने बुधवार को कहा था कि पुलिस 10 दिनों में मामले में चार्जशीट दाखिल करेगी और मामला फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाया जाएगा। इसके साथ ही सरकार इस मामले में एक विशेष लोक अभियोजक भी नियुक्त करेगी।
बोटाद और अहमदाबाद पुलिस ने इस संबंध में भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 302, 328 और 120-बी के तहत लगभग 20 लोगों के खिलाफ तीन एफआईआर दर्ज की थीं। मामले के संबंध में अब तक कम से कम 15 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
इस बीच, आम आदमी पार्टी (आप) और युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने गुजरात में पिछले तीन दिनों में 40 से अधिक लोगों की जान लेने वाली शराब त्रासदी को लेकर बुधवार को भाजपा सरकार के खिलाफ अलग-अलग विरोध प्रदर्शन किया और गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी के इस्तीफे की मांग की थी।
‘आप’ की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष गोपाल इटालिया के नेतृत्व में ‘आप’ कार्यकर्ताओं ने बोटाद नगर में भाजपा कार्यालय के बाहर सरकार के खिलाफ धरना देकर पीड़ितों के परिवारों के लिए न्याय की मांग की थी।