छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा-सुकमा जिले की सीमा पर गुरुवार की रात व शुक्रवार सुबह पुलिस और नक्सलियों की मुठभेड़ हुई। पुलिस ने एक हार्डकोर नक्सली को ढेर कर दिया। उस पर 5 लाख रुपये का इनाम घोषित था।
छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा-सुकमा जिले की सीमा पर गुरुवार की रात व शुक्रवार सुबह पुलिस और नक्सलियों की मुठभेड़ हुई। पुलिस ने एक हार्डकोर नक्सली को ढेर कर दिया। उस पर 5 लाख रुपये का इनाम घोषित था। बड़ी संख्या में माओवादियों के जमावड़े की सूचना पर ऑपरेशन लांच किया गया था। दोनों ओर से करीब एक घंटे तक फायरिंग हुई है। डीआरजी जवानों को भारी पड़ता देख नक्सली जंगल का फायदा उठाकर भाग खड़े हुए। इस मुठभेड़ में और भी माओवादियों के घायल होने का अंदेशा है। जवान अभी भी मौके पर मौजूद हैं और सर्चिंग अभियान चला रहे हैं।
दंतेवाड़ा एसपी सिद्धार्थ तिवारी ने बताया कि दंतेवाड़ा व सुकमा जिले की सीमा पर नहनी गुडरा के जंगलों में माओवादियों के जमावड़े की सूचना मिली थी। 28 जुलाई की रात दंतेवाड़ा से डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड (DRG) को रवाना किया गया था। रात में नक्सलियों और पुलिस के बीच मुठभेड़ हुई। जवानों ने भी मोर्चा संभाला और नक्सलियों का मुंहतोड़ जवाब दिया, जिसके बाद नक्सली भाग खड़े हुए। इलाके में सर्चिंग जारी है। वहीं शुक्रवार की सुबह सुकमा जिले के बिंद्रापानी के समीप जंगल में पुलिस और नक्सलियों के बीच फिर मुठभेड़ हुई है, जिसमें एक माओवादी मारा गया है। जवान अभी मौके पर मौजूद हैं।
मारे गए नक्सली पर 8 मामले दर्ज
एसपी ने बताया कि शुक्रवार सुबह बिंद्रापानी जंगल में हुए मुठभेड़ में जवानों ने एक नक्सली को ढेर किया है। पुरुष माओवादी का शव, हथियार तथा अन्य सामग्री बरामद किया गया है। मृत नक्सली की पहचान राकेश मडकम के रूप में हुई है। वह माओवादियों के कटेकल्याण एरिया कमेटी का सदस्य था। राकेश मडकम पर शासन द्वारा 5 लाख रुपये का इनाम घोषित था। उस पर हत्या, फोर्स को नुकसान पहुंचाने सहित गंभीर 8 अपराध मामले थानों में दर्ज हैं। फोर्स के जवान अभी मौके पर मौजूद हैं और सर्चिंग जारी है। सभी जवान ठीक हैं। बता दें कि नक्सली 28 जुलाई से 3 अगस्त तक शहीदी सप्ताह मना रहे हैं। नक्सल क्षेत्रों में जवानों को अलर्ट रहने कहा गया है। एक दिन पहले दंतेवाड़ा में 18 लाख के इनामी 3 माओवादियों ने समर्पण किया है।