मैं अनाथ नहीं हूं, सोनिया गांधी मेरी अभिभावक; विवादों के बीच अधीर रंजन का इमोशनल कार्ड

इस पूरे प्रकरण पर सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) कांग्रेस पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और अधीर रंजन चौधरी से देश और राष्ट्रपति से माफी की मांग कर रही है।

लोकसभा में कांग्रेस संसदीय दल के नेता अधीर रंजन चौधरी के बयान पर जमकर हंगामा हो रहा है। महंगाई, अग्निपथ, बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर विपक्ष के ताबड़तोड़ हमले झेल रही सरकार अब संसद से लेकर सड़क तक पर फ्रंटफुट पर है। इस पूरे प्रकरण पर सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) कांग्रेस पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और अधीर रंजन चौधरी से देश और राष्ट्रपति से माफी की मांग कर रही है। विवादों के बीच चौधरी ने भी इमोशनल कार्ड खेलने की कोशिश की है।

इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अधीर रंजन चौधरी ने कहा, ”मैं अनाथ नहीं हूं। सोनिया गांधी मेरी अभिभावक जैसी हैं।” साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी महंगाई, बेरोजगारी जैसे मुद्दों से जनता का ध्यान भटकाने के लिए इस मामले को तूल दे रही है।

आपको बता दें कि कल संसद से निकलते समय अधीर रंजन चौधरी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के लिए उन्होंने राष्ट्रपत्नी शब्द का इस्तेमाल जानबूझकर नहीं किया था। उन्होंने कहा, ”मैं बंगाली हूं। मेरी हिंदी उतनी अच्छी नहीं है। मेरे मुंह से गलती यह शब्द निकल गया। जरूरत पड़ेगा तो मैं राष्ट्रपति से माफी मांगूंगा, लेकिन इन पाखंडियों से नहीं।”

संसद में सोनिया ने संभाला मोर्चा, कहा- अधीर रंजन ने पहले ही मांग ली माफी
सोनिया गांधी ने इस पूरे प्रकरण पर गुरुवार को काफी एक्टिव दिखीं। उन्होंने खुद मोर्चा संभाला। केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता स्मृति ईरानी से उनकी नोकझोंक भी हुई। संसद परिसर में जब सोनिया गांधी से पूछा गया कि क्या वह चौधरी से माफी मांगने के लिए कहेंगी तो उन्होंने कहा, ”वह पहले ही माफी मांग चुके हैं।”

सोनिया गांधी और स्मृति ईरानी में नोकझोंक
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पर कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी की टिप्पणी को लेकर मचे हंगामे के बीच गुरुवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी में भी जमकर नोंकझोंक हुई। हालांकि-उस समय सदन स्थगित था। भाजपा की महिला सांसद पहले से ही मोर्चा संभाले हुई थीं, ऐसे में सोनिया गांधी को सत्तापक्ष की बेंच पर जाकर रमा देवी को सफाई देना भारी पड़ा।

लोकसभा में सुबह से ही हंगामा था, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी प्रश्नकाल से ही हमलावर थीं। एक बार सदन स्थगित होने के बाद 12 बजे जैसे ही शुरू हुआ, हंगामा शुरू हो गया। सत्तापक्ष से ‘माफी मांगो’ के नारे गूंजे तो कांग्रेस के कुछ सांसद भी आसंदी के सामने आ गए। ऐसे में सदन को कुछ ही मिनट में स्थगित कर दिया गया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *