छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में माओवादियों ने एक बार फिर कायराना करतूत को अंजाम दिया है। मंगलवार की रात नक्सलियों ने मुखबिरी के शक में एक ग्रामीण की हत्या कर दी है। दर्जनभर नक्सली रात को गांव पहुंचे।
छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में माओवादियों ने एक बार फिर कायराना करतूत को अंजाम दिया है। मंगलवार की रात नक्सलियों ने मुखबिरी के शक में एक ग्रामीण की हत्या कर दी है। दर्जनभर नक्सली रात को गांव पहुंचे और ग्रामीण को घर से उठाकर जंगल की तरफ ले गए। नक्सलियों ने धारदार हथियार से ग्रामीण का गला रेत दिया और उसकी लाश को वहीं फेंककर चले गए। सप्ताहभर में हत्या की यह दूसरी घटना है। मामला गादीरास थाना क्षेत्र का है।
मिली जानकारी के मुताबिक मारुकी गांव के वैरगोंदी पारा निवासी देवा की नक्सलियों ने हत्या की है। मलांगेर एरिया कमेटी के हथियारबंद नक्सली रात 11 से 12 बजे के बीच देवा के घर आ धमके। ग्रामीण को नक्सलियों ने उठाया और मारपीट करते हुए जंगल की तरफ ले गए। पुलिस मुखबिरी के शक में माओवादियों ने ग्रामीण की धारदार हथियार से हत्या कर दी। अति संवेदनशील नक्सल क्षेत्र की वजह से ज्यादा जानकारी अभी सामने नहीं आई है।
6 दिन पहले किराना व्यापारी को मारा था
21 जुलाई को सुकमा जिले के पोलमपल्ली थाना क्षेत्र से 500 मीटर दूर माओवादियों ने एक किराना व्यापारी मड़कम जोगा की हत्या की थी। आधी रात नक्सली घर आए थे। मड़कम की डंडे से बेदम पिटाई के बाद धारदार हथियार से हत्या कर दी गई थी। नक्सलियों ने पर्चा फेंककर मुखबिरी का आरोप लगाया था। पुलिस अफसरों का कहना है कि माओवादियों द्वारा ग्रामीणों पर झूठे आरोप लगाकर बेवजह मौत के घाट उतारा जा रहा है। उनकी मंशा केवल दहशत फैलाना है।