छत्तीसगढ़ के दिग्गज नेता टीएस सिंहदेव द्वारा पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग छोड़ने से प्रदेश की सियासत में खलबली मच गई थी। गुरुवार को भूपेश सरकार ने रविंद्र चौबे को इस विभाग का नया मंत्री बनाया है।
छत्तीसगढ़ के दिग्गज नेता टीएस सिंहदेव द्वारा पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग छोड़ने से प्रदेश की सियासत में खलबली मच गई थी। गुरुवार को भूपेश सरकार ने वरिष्ठ नेता रविंद्र चौबे को अब इस विभाग का नया मंत्री बनाया है। रविंद्र चौबे की मंत्री की सूचना के बाद बधाई देने का दौर भी शुरू हो गया। टीएस सिंहदेव ने भी रविंद्र चौबे को ट्वीट कर बधाई दी। उन्होंने अपने ट्विटर एकाउंट पर लिखा- कैबिनेट के अनुभवी सहयोगी रविंद्र चौबे को पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग का दायित्व मिलने पर शुभकामनाएं। सिंहदेव के पास अब स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा, बीस सूत्रीय, वाणिज्यिक कर का प्रभार रहेगा।
बता दें कि 16 जुलाई को टीएस सिंहदेव ने 4 पन्नों का पत्र मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को भेजकर पंचायत विभाग की जिम्मेदारी से खुद को अलग कर लिया था। इस पत्र के सामने आने के बाद प्रदेश की राजनीति में भूचाल आ गया। टीएस सिंहदेव ने पत्र में 8 लाख प्रधानमंत्री आवास, पंचायत विभाग में दखलांदाजी, बगैर उनकी सहमति फैसले लेने जैसे गंभीर आरोप लगाए थे। पंचायत मंत्री का पद छोड़ने के साथ सिंहदेव ने यह कहते हुए खलबली मचा दी है कि उनके धैर्य की परीक्षा ली जा रही है। छत्तीसगढ़ के इस सियासी हालात की गूंज दिल्ली दरबार तक पहुंच गई है। सिंहदेव खुद दिल्ली में डटे हुए हैं।
सिंहदेव के इस्तीफे पर सदन में दो दिनों से हंगामा
सिंहदेव के पंचायत विभाग छोड़ने का पत्र वायरल होने के बाद प्रदेश का सियासत गर्म है। सीएम भूपेश बघेल और मंत्री टीएस सिंहदेव के समर्थक खुलकर आमने-सामने आ गए। 61 विधायकों ने सिंहदेव पर अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए हाईकमान को भेजे पत्र में हस्ताक्षर कर दिए। इधर सिंहदेव के मुद्दे पर बुधवार और गुरुवार को विधानसभा के मॉनसून सत्र में विपक्ष ने जमकर हंगामा किया। मंत्री मोहम्मद अकबर द्वारा मंत्री सिंहदेव के विभागों की जानकारी देने पर विपक्षियों ने पूछा कि क्या टीएस का इस्तीफा मंजूर कर लिया गया है। इस मुद्दे को लेकर भाजपा विधायकों ने सदन से वॉकआउट कर दिया।