यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ गलत तबादलों को लेकर एक्शन में हैं। पीडब्ल्यूडी विभाग में ऑपरेशन के बाद अब अब स्वास्थ्य विभाग के स्थानांतरणों का भी ऑपरेशन शुरू हो गया है।
लोक निर्माण विभाग में हुए गलत तबादलों पर कार्रवाई के बाद अब स्वास्थ्य विभाग के स्थानांतरणों का भी ऑपरेशन शुरू हो गया है। खबर है कि बुधवार को देर शाम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विभाग में हुए तबादलों से जुड़ी तमाम पत्रावलियां तलब कर ली। ऐसे में देर रात तक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग खुलवाया गया। मुख्यमंत्री जल्द इस मामले में बड़ी कार्रवाई कर सकते हैं।
स्वास्थ्य विभाग में हुए तबादलों को लेकर सर्वप्रथम डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने सवाल खड़े किए थे। उन्होंने सभी तबादलों को नीति विरुद्ध बताते हुए विस्तृत रिपोर्ट अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद से मांगी थी। इस मामले में पीएमएस एसोसिएशन और अन्य स्वास्थ्य संगठनों ने भी मोर्चा खोल दिया था। मामला तूल पकड़ता देख जहां बीते दिनों सीएम योगी ने डिप्टी सीएम और अपर मुख्य सचिव से इस मामले में बात की थी। वहीं उन्होंने मुख्य सचिव डीएस मिश्रा की अध्यक्षता में तबादलों की समीक्षा के लिए तीन सदस्यीय उच्च स्तरीय कमेटी भी गठित की थी। दो दिन में रिपोर्ट देने को कहा गया था। इस बीच बुधवार को सीएम द्वारा विभाग से तबादलों का पूरा ब्योरा तलब किए जाने की चर्चा है।
कई चिकित्सकों के दो-दो जगह तबादले
स्वास्थ्य विभाग के तबादलों में हुए कमियां एक के बाद एक सामने आ रही हैं। कई डॉक्टरों के तबादले दो-दो जिलों में किए गए हैं। चर्म रोग विशेषज्ञ डा. शिव नारायण आजाद अंबेडकर नगर और आजमगढ़ दोनों जगह कर दिया गया। अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा. मोहन झा को संतकबीर नगर से अलीगढ़ में संयुक्त निदेशक के ऐसे पद पर ट्रांसफर किया गया, जो पद सृजित ही नहीं है। लेवल-1 में आने वाले डा. विनोद कुमार को आगरा से लेवल-2 दर्शाते हुए जालौन भेज दिया गया।