समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा सरकार का जनता के साथ रूखे व्यवहार के चलते ही राज्य सूखे की चपेट में आ गया है। किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें हैं।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा सरकार का जनता के साथ रूखे व्यवहार के चलते ही राज्य सूखे की चपेट में आ गया है। किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें हैं। बारिश न होने से खरीफ की बोआई रुकी हुई है। सरकार के कथित पौधारोपण अभियान पर भी सूखे का साया मंडराने लगा है। लगभग पूरे प्रदेश में स्थिति काफी चिंताजनक है।
अखिलेश यादव ने शुक्रवार को जारी बयान में कहा कि समय से बरसात नहीं होने से धान की फसल बुरी तरह प्रभावित हुई है। बहुत जगह तो खरीफ की बोआई ही रूक गई है। एक अंदाजा है कि इस साल खरीफ की बोआई छह लाख हेक्टेयर कम होने जा रही है। राज्य सरकार ने 60 लाख हेक्टेयर धान रोपाई का लक्ष्य रखा जबकि 27 लाख हेक्टेयर धान की ही रोपाई अब तक बामुश्किल हुई है।
सपा अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा सरकार ने मौसम की पूरी जानकारी के बगैर 30 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य घोषित कर दिया। बुंदेलखण्ड की तो भाजपा राज में बहुत उपेक्षा हुई है। समाजवादी सरकार के कार्यकाल में बुंदेलखण्ड में विकास के जो कार्य हुए उससे पूरा बुन्देलखण्ड लाभान्वित हुआ। भाजपा राज में उन विकास कार्यों की उपेक्षा हुई। समाजवादी सरकार में बुंदेलखण्ड के चरखारी में सात सरोवरों का सौंदर्यीकरण हुआ था।
वस्तुतः भाजपा सरकार को जनता के सुख-दुःख की कोई चिंता नहीं। महंगाई, बिजली कटौती, सूखे की मार से लोग परेशान हैं। भाजपा सरकार का इस ओर ध्यान नहीं। वह बस नफरत की राजनीति के सहारे सत्ता से चिपके रहना ही जानती है। भाजपा की कुनीतियों के चलते प्रदेश विकास के हर पायदान पर नीचे फिसलता जा रहा है।