छत्तीसगढ़ की भूपेश बघेल सरकार ने शराब पर उत्पाद शुल्क बढ़ाने का फैसला लिया है। अब पांच की जगह शराब की बोतल पर 10 रुपए उत्पाद शुल्क देना होगा। इसे लेकर बीजेपी ने सरकार पर निशाना साधा है।
छत्तीसगढ़ में अब शराब पीना महंगा हो जाएगा। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और उनके मंत्रिमंडल ने गुरुवार को हुई बैठक में प्रति बोतल पर उत्पाद शुल्क को दोगुना करने का फैसला लिया है। पहले शराब की एक बोतल पर पांच रुपए उत्पाद शुल्क लगता था लेकिन अब 10 रुपए वसूला जाएगा। यह फैसला सरकार ने 2022-23 के राजस्व लक्ष्य को पूरा करने के लिए लिया है।
रायपुर में पत्रकारों को जानकारी देते हुए मंत्री मोहम्मद अकबर ने कहा कि कैबिनेट की बैठक में शराब पर अतिरिक्त उत्पाद शुल्क बढ़ाने के लिए पशु आश्रयों ‘गौठानों’ के लिए धन जुटाने का निर्णय लिया गया, जो सीएम बघेल की महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक है। मंत्री अकबर ने कहा कि कैबिनेट ने मौजूदा नई मत्स्य नीति पेश करने का भी फैसला किया है और नीति से संबंधित सभी विवरणों पर चर्चा की जाएगी और इसे 20 जुलाई से शुरू होने वाले मानसून सत्र में राज्य विधानसभा में प्रस्तुत किया जाएगा। इस दौरान हंगामे के आसार हैं।
बीजेपी ने साधा निशाना
शराब पर उत्पाद शुल्क को दोगुना करने के फैसले को लेकर बीजेपी ने कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा है। बीजेपी सांसद संतोष पांडेय ने कहा कि सबसे पहले सरकार को यह बताना चाहिए कि जो पैसे पहले वसूल किए गए हैं उन्हें कहां खर्च किया। सरकार इसकी जानकारी क्यों नहीं देती है। शराबबंदी का वादा किया था। अब जनता पर अतिरिक्त बोझ डाला जा रहा है। सरकार कर्ज तले डूबी है।