विवाद होने पर वीसी ने कहा, “परीक्षा के लिए प्रश्न पत्र पेरियार विश्वविद्यालय की ओर से तैयार नहीं किए जाते हैं। अन्य विश्वविद्यालय और कॉलेज के लेक्चरर्स ने प्रश्न पत्र तैयार किया है।”
तमिलनाडु की पेरियार यूनिवर्सिटी में एक प्रश्न पत्र को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। गुरुवार को हुई फर्स्ट ईयर की परीक्षा में जाति से जुड़ा सवाल पूछा गया था। इसे लेकर विवाद बढ़ने के बाद वाइस चासंलर ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं। जाति से जुड़ा सवाल था- ‘इनमें से कौन सी नीचली जाति का तमिलनाडु से संबंध है?’ इसके साथ चार विकल्प दिए गए थे।
मास्टर इन हिट्री के फर्स्ट ईयर के स्टूडेंट्स से दूसरे सेमेस्टर की परीक्षा चल रही है। ‘फ्रीडम मूवमेंट ऑफ तमिलनाडु: 1800-1947’ सब्जेक्ट के पेपर में यह सवाल पूछा गया था। वाइस चासंलर ने कहा कि एक अन्य यूनिवर्सिटी ने प्रश्न पत्र तैयार किया था और उन्हें पेपर को लेकर यह जानकारी नहीं थी।
पेरियार विश्वविद्यालय ने तैयार नहीं किया था प्रश्न पत्र: वीसी
वीसी ने कहा, “परीक्षा के लिए प्रश्न पत्र पेरियार विश्वविद्यालय की ओर से तैयार नहीं किए जाते हैं। अन्य विश्वविद्यालय और कॉलेज के लेक्चरर्स ने प्रश्न पत्र तैयार किया है। आमतौर पर, प्रश्न पत्र लीक से बचने के लिए हम परीक्षा से पहले प्रश्न पत्र नहीं पढ़ते हैं। विवादास्पद प्रश्न के संबंध में मुझे कोई जानकारी नहीं थी। हम इसकी जांच करेंगे।”
VC बोले- दोबारा परीक्षा कराने का विचार नहीं
वाइस चांसलर ने कहा कि हम आज परीक्षा नियंत्रक से रिपोर्ट मांग रहे हैं, जिन्होंने प्रश्न पत्र सेट किया था। फिलहाल हम दोबारा परीक्षा आयोजित करने पर विचार नहीं कर रहे हैं। गौरतलब है कि प्रश्न पत्र में जाति से जुड़े सवाल देखकर कई छात्र भड़क गए थे। गुस्साए छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की थी।