गुजरात में लगातार हो रही बारिश के कारण 6 जिलों में बाढ़ से जनजीवन अस्त-व्यस्त है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल से फोन पर बात की और हालात की जानकारी ली। उन्होंने केंद्र की ओर हर संभव मदद का आश्वासन दिया।
देश के अधिकांश राज्यों में मानसून सक्रिय हो गया है और 20 से अधिक राज्यों में बारिश हो रही है। गुजरात में अब तक 63 की मौत हो चुकी है। वहीं, महाराष्ट्र में एक जून से अब तक बारिश और बाढ़ से हुए हादसों में 76 लोगों की जान जा चुकी है। पिछले 24 घंटे में ही 9 लोग मारे गए हैं। इसबीच, मध्यप्रदेश में बिजली गिरने से सात लोगों की मौत हो गई है।
गुजरात में बाढ़ से जनजीवन अस्त-व्यस्त
गुजरात में लगातार हो रही बारिश के कारण 6 जिलों में बाढ़ से जनजीवन अस्त-व्यस्त है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल से फोन पर बात की और हालात की जानकारी ली। उन्होंने केंद्र की ओर हर संभव मदद का आश्वासन दिया। मुख्यमंत्री कार्यालय ने यह जानकारी दी। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने पूर्वोत्तर राज्य असम, मेघालय के बाद अब मध्यप्रदेश में भी भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है।
मौसम विभाग के अनुसार मध्यप्रदेश के भोपाल, इंदौर और जबलपुर समेत 33 जिलों में भारी बारिश के आसार हैं। मौसम विभाग की ओर से केरल, कर्नाटक, तेलंगाना और महाराष्ट्र के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। तेलंगाना में गोदावरी नदी ने दूसरे खतरनाक स्तर के निशान को पार कर गई है। दिल्ली-एनसीआर और मध्यप्रदेश में सोमवार को बारिश हुई तो वहीं, राजस्थान में अगले दो दिनों तक बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।
गुजरात में 9000 लोग सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाए गए
गुजरात में भारी बारिश के कारण 174 गांवों में बिजली आपूर्ति ठप हो गई है। बाढ़ से सबसे ज्यादा नवसारी और वलसाड जिले प्रभावित हैं। एनडीआरएफ और एडीआरएफ की टीमें बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पहुंच कर राहत और बचाव का काम कर रही हैं। अब तक 9000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। इधर, स्कूल-कॉलेजों में अवकाश घोषित कर दिया गया है। मौसम विभाग ने अगले पांच दिनों तक गुजरात में भारी बारिश की संभावना जताई है। फिलहाल एनडीआरएफ की 13 और एसडीआरएफ की 16 प्लाटून तैनात की गई हैं। वडोदरा से एनडीआरएफ की एक प्लाटून मदद के लिए छोटा उदयपुर भेजी गई है। राज्य में भारी बारिश के कारण 388 सड़कें बंद रहीं।