भाजपा के समर्थन से 30 जून को शिंदे को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलायी गयी थी। उससे पहले उन्होंने ठाकरे के विरूद्ध बगावत की थी और ठाकरे की अगुवाई वाली सरकार गिरा दी थी।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने शुक्रवार को दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। यह बैठक महाराष्ट्र में नई सरकार के गठन के बाद मंत्रिपरिषद के विस्तार की चर्चा के बीच हो रही है। सीएम और डिप्टी सीएम के शपथ लेने के बाद अभी तक मंत्रिपरिषद का विस्तार नहीं हुआ है। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि दोनों नेता दिल्ली में भाजपा के शीर्ष नेतृत्व के साथ मुलाकात कर पावर शेयरिंग फार्मूले पर सहमति बना सकते हैं। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे शुक्रवार शाम को फडणवीस के साथ दिल्ली पहुंचे।
राष्ट्रीय राजधानी पहुंचने के शीघ्र बाद दोनों नेता महाराष्ट्र सदन पहुंचे। समझा जाता है कि फडणवीस पहले शाह के निवास पर पहुंचे और कुछ समय बाद शिंदे भी वहां गए। खबरों के मुताबिक शाह के साथ चर्चा भाजपा एवं शिवसेना के शिंदे गुट के साथ सत्ता साझेदारी फार्मूले के इर्द-गिर्द केंद्रित रही। दिल्ली की उन दोनों की यह यात्रा ऐसे समय हो रही है जब शिंदे और उनके गुट के 15 विधायकों को अयोग्य ठहराने की मांग संबंधी उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाले शिवसेना धड़े की याचिका पर उच्चतम न्यायालय में 11 जुलाई को अहम सुनवाई होने वाली है।
शिंदे ने यहां पत्रकारों से कहा, ‘‘हमें न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है। ’’ उन्होंने कहा कि उनके धड़े को शिवसेना के दो तिहाई विधायकों का समर्थन प्राप्त है । शिंदे की बगावत से पहले शिवसेना के 55 विधायक थे। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘ विधानसभा अध्यक्ष ने हमें मान्यता भी दे दी।’’
भाजपा के समर्थन से 30 जून को शिंदे को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलायी गयी थी। उससे पहले उन्होंने ठाकरे के विरुद्ध बगावत की थी और ठाकरे की अगुवाई वाली सरकार गिरा दी थी। एकनाथ शिंदे सरकार ने चार जुलाई को विश्वास मत जीता था।