छत्तीसगढ़ के माओवाद प्रभावित दंतेवाड़ा जिले के बाल संप्रेक्षण गृह से आधी रात 9 बाल अपराधी भाग गए। 2 बच्चों ने चौकीदार से शौचालय जाने की बात कहते हुए दरवाजा खुलवाया और फिर उस पर हमला कर दिया।
छत्तीसगढ़ के माओवाद प्रभावित दंतेवाड़ा जिले के बाल संप्रेक्षण गृह से आधी रात 9 बाल अपराधी भाग गए। 2 बच्चों ने चौकीदार से शौचालय जाने की बात कहते हुए दरवाजा खुलवाया और फिर उस पर हमला कर दिया। अपचारी बालकों ने चौकीदार की जमकर पिटाई की और फिर उसे जान से मारने की धमकी देते हुए मुख्य दरवाजे की चाबी छीन ली। घटना के समय संप्रेक्षण गृह में कोई पुलिस कर्मी तैनात नहीं था, इसलिए अपचारी बड़े आराम से बाहर निकल गए।
बता दें कि दंतेवाड़ा अति नक्सल प्रभावित जिला है। ऐसे में इस जिले के जेल और बाल संप्रेक्षण गृह भी काफी संवेदनशील हैं। इनकी सुरक्षा एक बड़ी चुनौती होती है। बाल संप्रेक्षण गृह से 9 बच्चों का भाग जाना बेहद चिंता की बात है। बुधवार-गुरुवार की दरिम्यानी रात 1 बजे दो बच्चों ने शौचालय जाने के बहाने चौकीदार से गेट खुलवाया था। चौकीदार ने जैसे ही दरवाजा खोला 7 अन्य अपचारी बालक उस पर हमला कर दिए। बताया जाता है कि समय-समय पर अपचारी बालक काफी उत्पात मचाते रहे हैं। बाल अपराधियों के आधी रात भागने की सूचना के बाद हड़कंप मच गया था।
अपचारियों की तलाश की जा रही
दंतेवाड़ा एसपी सिद्धार्थ तिवारी ने बताया कि संप्रेक्षण गृह में 3 निजी सुरक्षा गार्ड तैनात थे। पुलिस का कोई बल सुरक्षा तैनात नहीं किया गया है। अपचारी बालकों के भागने की जानकारी मिली है। मामले की जांच करने टीम गठित की गई है। अपचारियों की तलाश की जा रही है। वहीं दंतेवाड़ा कलेक्टर विनीत नंदनवार ने कहा कि घटना की जानकारी एसपी को दी गई है। मामले की पूरी जांच करने को कहा गया है। बाल संप्रेक्षण में कितने बच्चे हैं। सुरक्षा, सीसीटीवी कैमरे आदि पर उन्होंने अधिकारियों से जानकारी लेने के बाद ही कुछ कहने की बात कही है।