पाकिस्तान के कप्तान बाबर आजम का मानना है कि अगर टेस्ट क्रिकेट में उनकी टीम को अपनी जगह बनानी है, तो उसे और आक्रामक होकर खेलने की जरूरत है। इसके अलावा परिस्थितियों को बेहतर तरीके से समझने की जरूरत है।
पाकिस्तान टीम के कप्तान बाबर आजम ने बताया है कि टेस्ट फॉर्मेट में टीम को क्या कुछ सुधारने की जरूरत है। बाबर जब से पाकिस्तान टीम के कप्तान बने हैं, तब से टीम ने तीनों फॉर्मेट में अपने प्रदर्शन से काफी प्रभावित किया है। बाबर ने खुद फ्रंट से टीम को लीड किया है। बाबर का मानना है कि टेस्ट फॉर्मेट में पाकिस्तानी क्रिकेट टीम को और ज्यादा आक्रामक होने की जरूरत है और साथ ही परिस्थितियों से सामंजस्य बैठाने की भी जरूरत है।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपनी पिछली घरेलू सीरीज के दौरान पाकिस्तान की धीमी बल्लेबाजी की आलोचना हुई थी। टीम इस सीरीज में एक भी पारी में तीन से ज्यादा के रनरेट से रन नहीं बना पाई थी। बाबर ने टीम के वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप के तहत खेली जाने वाली श्रीलंका के खिलाफ आने वाली सीरीज से पहले सोमवार को कहा, ‘हम टेस्ट क्रिकेट खेलने के तरीके को बदलने की कोशिश कर रहे हैं। जब दूसरी टीम आप पर हावी होती है तो यह बल्लेबाजों के लिए आसान नहीं होता है।’
श्रीलंका दौरे पर जाने से पहले बाबर ने कहा, ‘हम स्थिति की परवाह किए बिना पॉजिटिव खेलना चाहते हैं। लेकिन कई बार यह किसी निश्चित दिन के बारे मे होता है जब मैच जीतने के लिए आप रणनीति तय करते हैं।’ उन्होंने कहा, ‘आपको यह याद रखना चाहिए कि टेस्ट क्रिकेट की खूबसूरती परिस्थितियों के अनुरूप ढलने में होती है। अगर प्रतिद्वंद्वी टीम आप पर हावी है तो आप तेजी से रन नहीं बना सकते।’
पाकिस्तान के कप्तान इस बात से अच्छी तरह वाकिफ हैं कि उन्हें श्रीलंका से स्पिनरों के अनुकूल पिचों पर चुनौती मिलेगी। उन्होंने कहा, ‘हम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उनकी मौजूदा टेस्ट सीरीज पर नजर रखे हुए हैं। आप देख सकते हैं कि वहां स्पिनरों का दबदबा है। लेकिन हमने उनकी परिस्थितियों के अनुसार तैयारी की है और हमारे पास परिस्थितियों का फायदा उठाने के लिए यासिर शाह, नौमान अली, नवाज के रूप में अच्छे स्पिनर हैं।’ बाबर को भरोसा है कि शाहीन शाह अफरीदी की अगुवाई में तेज गेंदबाज भी सीरीज में अपनी छाप छोड़ेंगे।
उन्होंने कहा, ‘मुझे अपने तेज गेंदबाजों पर भी भरोसा है, वे भी हावी रहेंगे। हमारे बल्लेबाज को वहां खेलने का अनुभव है और वे परिस्थितियों में आसानी से ढल जाएंगे। श्रीलंका एक युवा टीम है, वे अपनी परिस्थितियों को अच्छी तरह जानते हैं और उन्हें हल्के में नहीं लिया जा सकता है।’