जीएसटी पर छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने ट्वीट कर एक बार फिर मोदी सरकार पर हमला बोला। उन्होंने तंज भरे अंदाज में ट्विटर पर लिखा है- केंद्र सरकार ऐसी GST लायी, सिर्फ उनके मित्रों को ही भायी…।
जीएसटी (Goods And Services Tax) पर छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने ट्वीट कर एक बार फिर मोदी सरकार पर हमला बोला। उन्होंने तंज भरे अंदाज में ट्विटर पर लिखा है- केंद्र सरकार ऐसी GST लायी, सिर्फ उनके मित्रों को ही भायी…। न जनता के समझ में आई, न उनके खुद समझ में आई…। छोटे व्यवसायों को भी मुसीबत आई, देश की अर्थव्यवस्था भी चरमराई…। देश कह रहा है- ये GST नहीं है, ‘गब्बर सिंह टैक्स’ है भाई…। दरअसल, राज्यों को जीएसटी क्षतिपूर्ति नहीं देने के फैसले पर केंद्र और छत्तीसगढ़ सरकार के बीच टकराव की स्थिति बनती रही है।
बता दें कि नरेंद्र मोदी सरकार ने एक्साइज ड्यूटी, सर्विस टैक्स, वैट सहित एक दर्जन सेस को खत्म करने 1 जुलाई, 2017 को GST को लागू किया था। 5 वर्षों में इसे लेकर देशभर में हंगामा और प्रदर्शन हुए। जीएसटी में कई बदलाव भी किए गए। जीएसटी को लेकर छत्तीसगढ़ सरकार लगातार केंद्र सरकार पर हमलावर रही है। अभी हाल ही में मंत्री टीएस सिंहदेव ने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को पत्र लिखकर छत्तीसगढ़ को नुकसान की जानकारी दी थी। वाणिज्यिक कर मंत्री टीएस सिंहदेव ने केंद्रीय मंत्री को लिखे पत्र में कहा है कि GST के तहत राज्य को वित्तीय वर्ष 2018-19 में 2 हजार 786 करोड़, 2019-20 में 3 हजार 176 करोड़, 2020-21 में 3 हजार 620 करोड़ और 2021-22 में 4 हजार 127 करोड़ का भारी राजस्व नुकसान हुआ है।
छत्तीसगढ़ को हर साल 5 हजार करोड़ का नुकसान
सीएम भूपेश बघेल पहले कह चुके हैं कि केंद्र सरकार द्वारा जीएसटी क्षतिपूर्ति को बंद करने से उत्पादक राज्यों को नुकसान होगा। यदि जीएसटी क्षतिपूर्ति नहीं मिलेगी तो राज्य औद्योगीकरण को क्यों अपनाएंगे। जीएसटी क्षतिपूर्ति बंद होने से छत्तीसगढ़ को हर साल 5 हजार करोड़ रुपये का नुकसान होगा। सीएम भूपेश ने कहा था कि जंगल हमारे कटें, प्रदूषण हम झेलें और क्षतिपूर्ति भी ना मिले तो क्या फायदा। प्रदेश के सीमेंट उद्योगों का सिर्फ 10 फीसदी सीमेंट ही छत्तीसगढ़ के काम आता है, बाकी देश के अन्य राज्यों को जाता है। सीएम भूपेश ने GST क्षतिपूर्ति 10 साल तक बढ़ाने के लिए केंद्र सरकार सहित 17 राज्यों के मुख्यमंत्रियों को पत्र लिखा भी था। इस मामले को लेकर भाजपा व कांग्रेस के बीच जमकर सियासत भी होती रही है।