यूपी के कथित माफिया डॉन मुख्तार अंसारी को लेकर पंजाब विधानसभा में मंगलवार को जेल मंत्री हरजोत बैंस ने सनसनीखेज दावा किया कि एक फर्जी एफआईआर के आधार पर उसे सवा दो साल पंजाब की जेल में बंद रखा गया।
पंजाब विधानसभा में मंगलवार को उत्तर प्रदेश के कथित माफिया डॉन मुख्तार अंसारी को लेकर सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी और विपक्षी कांग्रेस में तीखी बहसबाजी हो गई। आप सरकार के जेल मंत्री हरजोत बैंस ने कांग्रेस की पूर्ववर्ती सरकार पर मुख्तार अंसारी को एक फर्जी केस में सवा दो साल पंजाब की जेल में बंद रखने का आरोप लगाया। बैंस ने तो यहां तक दावा किया कि 25 कैदियों को जिस बैरक में रखा जा सकता था वहां अकेले मुख्तार अपनी बीवी के साथ रहता था। बैंस ने विधानसभा में ऐलान किया कि इस मामले में उन्होंने एफआईआर दर्ज करके जांच के आदेश दे दिए हैं।
जेल मंत्री के इस दावे से सदन में हंगामा मच गया। विपक्षी कांग्रेस के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने कहा कि मंत्री ने यह बात सदन में कही है और कल को झूठ निकली तो उनको इस्तीफा देना होगा। कांग्रेस सरकार में जेल मंत्री रहे सुखजिंदर रंधावा ने मंत्री को चैलेंज किया कि वो ये साबित करें कि मुख्तार के साथ जेल में उनकी पत्नी भी रहती थी। इस पर जेल मंत्री हरजोत बैंस ने कहा कि जांच के आदेश दे दिए गए हैं और जल्द ही सच सामने आ जाएगा।
हरजोत बैंस ने विधानसभा में कहा कि मुख्तार अंसारी को उत्तर प्रदेश ले जाने क लिए यूपी से 26 बार वारंट आया लेकिन कांग्रेस सरकार ने उसे नहीं भेजा। इसके खिलाफ यूपी की सरकार सुप्रीम कोर्ट चली गई तो भी मुख्तार अंसारी को यूपी जाने से बचाने के लिए पंजाब सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में केस लड़ने के लिए 11 लाख प्रतिदिन फीस वाला वकील किया जिस पर कुल 55 लाख का बिल आया है। मंत्री ने कहा कि यह पैसा हम क्यों दें। मंत्री ने कहा कि जांच के आदेश दिए गए हैं और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।