रीवा में महापौर के दिव्यांग प्रत्याशी में लोगों की सेवा का इतना जज्बा है कि वह लोगों की समस्याओं को दूर करने के लिए ट्यूशन से मिले पैसों से चुनाव मैदान में खड़े हो गए हैं।
मध्य प्रदेश के रीवा में हो रहे नगरीय निकाय चुनाव में जहां भाजपा, कांग्रेस के प्रत्याशियों की चर्चा है, वहीं एक प्रत्याशी ऐसा भी है, जिसके हौसले की हर तरफ तारीफ हो रही है। रीवा में महापौर के दिव्यांग प्रत्याशी में लोगों की सेवा का इतना जज्बा है कि वह लोगों की समस्याओं को दूर करने के लिए ट्यूशन से मिले पैसों से चुनाव मैदान में खड़े हो गए हैं। दिव्यांग होने के बाद भी उनका जज्बा आम प्रत्याशियों से कम नहीं है और वह लगातार जनसंपर्क कर लोगों से अपने लिए वोट मांग रहे हैं।
रीवा नगर निगम महापौर पद के लिए प्रेमनाथ जायसवाल नाम के दिव्यांग ने नामांकन दाखिल किया है। जिसके बाद अब वह ट्राई साइकल पर सवार होकर प्रचार-प्रसार करने लगे हैं। दिव्यांग व्यक्ति का जुनून देखकर लोग उनके हौसले की तारीफ कर रहे हैं। दिव्यांग प्रेमनाथ जायसवाल अंडे का ठेला लगाकर अपना जीविकोपार्जन करते हैं तथा छोटे-छोटे बच्चों को ट्यूशन भी पढ़ाते हैं।
इन मुद्दों पर चुनाव लड़ रहे प्रेमनाथ
प्रेमनाथ ने बताया कि उन्होंने शहर की समस्याओं को देखकर चुनाव लड़ने का मन बनाया है। जिसमें शहर की सबसे बड़ी समस्या अतिक्रमण की है। इसके अलावा शिक्षा, रोजगार सहित अन्य कई मुद्दों को उन्होंने अपना चुनावी मुद्दा बनाया है।