राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार ने आरोप लगाए थे कि महाविकास अघाड़ी सरकार को गिराने का यह तीसरा प्रयास है। हालांकि, उन्होंने किसी भी स्थिति में भाजपा के साथ नहीं जाने की बात कही थी।
महाराष्ट्र में शिवसेना से शुरू हुई आंतरिक जंग गुजरात होते हुए असम पहुंची। इस दौरान तस्वीर में सत्तारूढ़ दल के अलावा राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, कांग्रेस और अब तृणमूल कांग्रेस की भी एंट्री हुई। ये सभी दल अपनी-अपनी तरह से भारतीय जनता पार्टी पर सवाल उठा रहे हैं। बयानबाजी के बीच गुरुवार को टीएमसी कार्यकर्ताओं ने गुवाहाटी में जमकर हंगामा किया।
पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ टीएमसी की असम इकाई ने गुवाहाटी स्थित रेडिसन ब्लू होटल पहुंचकर जमकर हंगामा किया। हालांकि, उन्हें हिरासत में ले लिया गया है। विरोध प्रदर्शन के दौरान पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रिपुन बोरा भी मौजूद थे। एक कार्यकर्ता ने कहा, ‘असम में करीब 20 लाख लोग बाढ़ का सामना कर रहे हैं। लेकिन मुख्यमंत्री महाराष्ट्र सरकार को गिराने में व्यस्त हैं।’ शिवसेना विधायक एकनाथ शिंदे समेत कई नेता इसी होटल में ठहरे हुए हैं।
पीएम मोदी को घेरा
कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने गुरुवार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी को राज्य में आना चाहिए और विशेष पैकेज की घोषणा करनी चाहिए। उन्होंने कहा, ‘अगर कोई संकट है, तो वह बाढ़ है। भाजपा सत्ता के लिए अंधी हो गई है। असम में बाढ़ है, पीएम को राज्य में आना चाहिए और स्पेशल पैकेज का ऐलान करना चाहिए, लेकिन वह महाराष्ट्र सरकार को गिराने या गुजरात चुनाव में व्यस्त हैं… भाजपा के लिए सत्ता ही सबकुछ है।’
एनसीपी ने भाजपा पर फोड़ा ठीकरा!
मंगलवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार ने आरोप लगाए थे कि महाविकास अघाड़ी सरकार को गिराने का यह तीसरा प्रयास है। हालांकि, उन्होंने किसी भी स्थिति में भाजपा के साथ नहीं जाने की बात कही थी। खास बात है कि शिंदे ने शिवसेना से भाजपा के साथ गठबंधन करने की मांग की है। इधर, शिवसेना ने भी सियासी उथल पुथल के लिए भाजपा को घेरा।
शिवसेना ने भाजपा पर निशाना साधते हुए पार्टी विधायकों को चेताया है। सामना में प्रकाशित संपादकीय के मुताबिक, ‘आज जो भाजपा वाले उन्हें हाथों की हथेली पर आए जख्म की तरह संभाल रहे हैं, वे आवश्यकता समाप्त होते ही पुन: कचरे में फेंक देंगे। भाजपा की परंपरा यही रही है।’ साथ ही पार्टी ने सलाह दी है, ‘समय रहते सावधान हो जाओ, समझदार बनो!