इडुक्की जिला अध्यक्ष सी पी मैथ्यू पर कथित हमले के विरोध में युवा कांग्रेस द्वारा आयोजित रैली के हिंसक हो जाने और पुलिस से भिड़ जाने के बाद समद गंभीर रूप से घायल हो गए थे।
पुलिस लाठीचार्ज में कांग्रेस के एक नेता की आंख की रोशनी चली गई। मामला केरल के इडुक्की जिले का है। डॉक्टरों ने कहा कि यूथ कांग्रेस इडुक्की जिले के महासचिव बिलाल समद की पिछले हफ्ते थोडुजपुझा में पुलिस लाठीचार्ज में एक आंख की रोशनी चली गई थी। लाठीचार्ज में घायल होने के बाद समद को एर्नाकुलम के अंगमल्ली के एक निजी अस्पताल में ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसकी पलक और आँख की पुतली में बीस से अधिक टांके लगाए थे। डॉक्टरों ने कहा कि इस बात की कोई संभावना नहीं है कि वह घायल आंख से फिर कभी देख सके। इडुक्की जिला अध्यक्ष सी पी मैथ्यू पर कथित हमले के विरोध में युवा कांग्रेस द्वारा आयोजित रैली के हिंसक हो जाने और पुलिस से भिड़ जाने के बाद समद गंभीर रूप से घायल हो गए थे।
विपक्ष के नेता वीडी सतीसन ने घायल कांग्रेसी नेता से मुलाकात की और कहा कि पार्टी उनके इलाज का सारा खर्च उठाएगी। उन्होंने कहा, “एयरपोर्ट ड्रामा के बाद, कांग्रेस के 30 कार्यालयों पर हमला किया गया। यहां तक कि उत्तरी केरल में महात्मा गांधी की प्रतिमा को भी नहीं बख्शा गया। पार्टी के गुंडे और पुलिस टीम ने हमारे कार्यकर्ताओं पर हमला किया। राज्य ने इस तरह का दमनकारी शासन कभी नहीं देखा।” सतीसन ने कहा कि उन्हें मौत की धमकी भी मिली लेकिन कोई कार्रवाई शुरू नहीं की गई।
उन्होंने कहा कि कोझिकोड के जिला अध्यक्ष के प्रवीण कुमार को भी पुलिस कार्रवाई के दौरान उनके हाथ में फ्रैक्चर हो गया और उनका इलाज चल रहा है। उन्होंने कहा, “पुलिस पार्टी एजेंटों की तरह व्यवहार कर रही है और वे अपनी जड़ से ही पक्षपाती हैं। कोझीकोड जिले में भड़काऊ नारे लगाने और कांग्रेस कार्यकर्ताओं को जान से मारने की धमकी देने वाले माकपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ मामला दर्ज करने में पुलिस को तीन दिन लग गए।” वहीं दूसरी तरफ लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट के संयोजक ई पी जयराजन ने कहा कि कांग्रेस ने पिछले हफ्ते एक विमान में सीएम पिनाराई विजयन का कथिततौर पर घेराव किया था जिससे अशांति शुरू हुई।
पिछले सोमवार (13 जून) को तीन युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कन्नूर-तिरुवनंतपुरम की फ्लाइट में सीएम के खिलाफ नारेबाजी की थी। पुलिस ने बाद में कन्नूर (उत्तरी केरल) के रहने वाले तीन युवकों फरजीन मजीद, नवीन कुमार और सुनीत कुमार के खिलाफ मामला दर्ज किया। दो पुलिस हिरासत में हैं जबकि सुनीत कुमार हाथापाई में हवाई अड्डे से बाहर निकल गए। आपराधिक साजिश की हत्या के प्रयास के अलावा, अधिकारियों को उनके कर्तव्य में बाधा डालने, अवैध रूप से इकट्ठा होने और विमानों और यात्रियों की सुरक्षा को खतरे में डालने वाले कृत्यों में के तहत मामला दर्ज किया गया है।
इस घटना के चलते व्यापक विरोध प्रदर्शन हुआ। राज्य की राजधानी इंदिरा भवन में पार्टी मुख्यालय सहित कम से कम 30 कांग्रेस कार्यालयों पर माकपा कार्यकर्ताओं ने हमला किया। सत्तारूढ़ माकपा ने इसे “आतंकवादी कृत्य” करार दिया, लेकिन कांग्रेस ने पार्टी कार्यकर्ताओं का बचाव करते हुए कहा, “यह दमनकारी शासन के खिलाफ विरोध का एक प्रतीकात्मक तरीका था।” सोना तस्करी के आरोपी स्वप्ना सुरेश के खुलासे के बाद से राज्य में विरोध का सिलसिला जारी है।