अलविदा आमिर लियाकत:न्यूड वीडियो, कम उम्र की बीवी, इमरान से पंगा; पाकिस्तानी सांसद को जानलेवा डिप्रेशन में धकेलने वाली 6 घटनाएं

हो सकता है आपको इनका नाम पहले से नहीं पता हो, लेकिन इनके मीम्स आपने जरूर देखे होंगे। इनका नाम आमिर लियाकत है। पाकिस्तानी सांसद और लोकप्रिय टीवी होस्ट रहे लियाकत ने 9 जून को दुनिया को अलविदा कह दिया। शुक्रवार को अब्दुल्लाह शाह गाजी कब्रगाह, कराची में उन्हें सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया। परिवार की मांग को मानते हुए कराची की स्थानीय अदालत ने आमिर का शव बगैर पोस्टमॉर्टम के परिवार को सौंपने का निर्देश दिया था।

आमिर लियाकत हुसैन का पूरा जीवन विवादों से भरा रहा है। उन पर ड्रग्स लेने से लेकर पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के खिलाफ नफरत फैलाने तक के आरोप लगे। उनका न्यूड वीडियो भी वायरल हुआ।

आज हम आमिर लियाकत की जिंदगी के 6 बड़े विवाद बता रहे हैं…

पहला विवादः 31 साल छोटी लड़की से तीसरी शादी और फिर तलाक
49 साल के आमिर लियाकत ने 10 फरवरी 2022 को 18 साल की सईदा दानिया शाह से शादी की थी। ये शादी दो वजहों से चर्चा में रही- पहली दानिया शाह की कम उम्र और दूसरी आमिर की तीसरी शादी। आमिर लियाकत हुसैन ने ट्वीट करके कहा था कि उनकी नई बेगम बहुत आकर्षक हैं और सादगी से रहती हैं।

शादी को चार महीने भी पूरे नहीं हुए थे कि दोनों के रिश्ते में दरार आ गई। पिछले महीने 8 मई को सईदा दानिया ने आमिर लियाकत पर मारपीट करने से लेकर, कैद में रखने और जबरन न्यूड वीडियो शूट करवाने जैसे गंभीर आरोप लगाए थे। दानिया ने आरोप लगाया कि वह उनसे एडल्ट वीडियो भी बनवाते थे, ताकि विदेश में कुछ लोगों को भेज सकें।

आमिर लियाकत की मौत के बाद उनके ममेरे भाई ने बताया कि वे बहुत परेशान और सदमे की स्थिति में थे। खासकर न्यूड वीडियो वायरल होने के बाद वह टूट गए थे। ममेरे भाई ने यह भी दावा किया कि आमिर लियाकत अक्सर इस बात को दोहराते थे कि “वह जल्द ही चले जाएंगे।”

दूसरा विवादः तीसरी शादी से 24 घंटे पहले दिया दूसरी बीवी को तलाक
आमिर लियाकत असल जिंदगी में मनमौजी शख्सियत के तौर पर जाने जाते थे। तीसरी शादी करने के ठीक 24 घंटे पहले आमिर ने अपनी दूसरी पत्नी सईदा तूबा अनवर को तलाक दिया था। तूबा अनवर से आमिर ने दूसरी शादी साल 2018 में रचाई थी। 14 महीनों अलग रहने के बाद तूबा अनवर ने आमिर से खुला लेने का ऐलान किया था।

तलाक के बाद तूबा ने ट्वीट में लिखा था, ‘भारी मन से, मैं लोगों को अपने जीवन में हुए बदलाव की जानकारी देना चाहती हूं। मेरा परिवार और करीबी दोस्त जानते हैं कि 14 महीने अलग रहने के बाद, ये साफ था कि अब सुलह की कोई उम्मीद नहीं है। ऐसे में मुझे अदालत से ‘खुला’ लेने का विकल्प चुनना पड़ा।’

तीसरा विवादः पहली बीवी को फोन पर दिया तलाक
आमिर लियाकत की पहली पत्नी बुशरा इकबाल ने उन पर दिसंबर 2020 में फोन के जरिए ही तलाक देने का आरोप लगाया था। बुशरा ने इंस्टाग्राम पोस्ट में लिखा कि उनके पति ने दूसरी बीवी के सामने उन्हें फोन पर तलाक दे दिया। आमिर ने ऐसा अपनी दूसरी बीवी तूबा के कहने पर किया था।

आमिर लियाकत की पहली पत्नी ने अपनी शादी टूटने के लिए तूबा अनवर को जिम्मेदार ठहराया था। बुशरा ने लिखा था कि उनके और उनके बच्चों के लिए इससे बड़े ट्रॉमा की बात कुछ और नहीं हो सकती।

चौथा विवादः इमरान खान पर लगाया घर तोड़ने का आरोप
साल 2018 में अचानक खबर आई कि आमिर अब इमरान खान की पार्टी PTI यानी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ का दामन थामने जा रहे हैं। आमिर ने इमरान खान के साथ एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में पार्टी में शामिल होने की घोषणा की थी, तब उन्होंने कहा था, कि मेरी आखिरी मंजिल PTI थी। 2018 के चुनाव में आमिर कराची से नेशनल असेंबली के सदस्य चुने गए थे।

हालांकि इस साल पाकिस्तान की सत्ता पर इमरान की पकड़ कमजोर हुई तो आमिर ने पार्टी छोड़ दी। इमरान खान से अलग होते समय आमिर ने उन्‍हें जमकर भला-बुरा कहा था। उन्‍होंने आरोप लगाया कि इमरान खान पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल बाजवा को उनके पद से हटाना चाहते थे।

30 मई, 2022 को आमिर ने अपनी तीसरी शादी तोड़ने का आरोप इमरान खान पर लगाया था। आमिर ने बददुआ दी थी कि इमरान की तीसरी बीवी उन्हें छोड़ देगी।

पांचवा विवादः अहमदी समुदाय की हत्या के लिए उकसाया था
2008 में एक कार्यक्रम को होस्ट करते हुए आमिर लियाकत ने अहमदी समुदाय को गैर-मुसलमान करार देते हुए उनकी हत्या को ‘धर्म का काम’ ठहराया था। उसी सप्ताह, सिंध में अहमदी समुदाय के दो लोग मारे गए थे। आमिर को इन हत्याओं के लिए जिम्मेदार माना गया था। उनके इस बयान की मानवाधिकार संगठनों ने कड़ी आलोचना की थी।

जियो टीवी के अलावा, आमिर लियाकत एआरवाई, एक्सप्रेस, बोल टीवी और 24 न्यूज से भी जुड़े रहे। रमजान के विशेष प्रसारणों के दौरान आमिर की स्पेशल डिमांड होती थी।

छठवां विवादः मुशर्रफ कैबिनेट में रहते कही थी सलमान रश्दी की हत्या की बात
आमिर ने साल 2002 के आम चुनावों में MQM यानी मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट के टिकट पर नेशनल असेंबली की सीट जीती थी। परवेज मुशर्रफ के शासनकाल में उन्हें धार्मिक मामलों का मंत्री बनाया गया था। इस दौरान वे अपने भड़काऊ बयानों के लिए सुर्खियों में रहे थे।

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