उत्तर मध्य रेलवे के प्रयागराज मंडल में आने वाले 36 शहरों में रेलवे के टिकट आम लोग बेच सकेंगे। कंप्यूटरीकृत अनारक्षित टिकट प्रणाली यूटीएस के तहत प्रयागराज मंडल ने इसके लिए आवेदन मांगे हैं।
उत्तर मध्य रेलवे के प्रयागराज मंडल में आने वाले 36 शहरों में रेलवे के टिकट आम लोग बेच सकेंगे। कंप्यूटरीकृत अनारक्षित टिकट प्रणाली यूटीएस के तहत प्रयागराज मंडल ने इसके लिए आवेदन मांगे हैं। सभी 36 शहरों में रेलवे टिकट केंद्र खोलने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। रेलवे आत्मनिर्भर भारत के तहत पढ़े लिखे युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान कर रहा है। वहीं, यात्रियों की मुश्किलों को दूर करने की तैयारी है ताकि स्टेशनों पर ट्रेन पकड़ने से पहले मुसाफिर केंद्रों, एजेंसी से टिकट हासिल कर लें।
प्रयागराज मंडल के जिन 36 शहरों के लिए टेंडर निकाले गए हैं उनमें प्रयागराज, कानपुर, फतेहपुर, सोनभद्र, चुनार, मिर्जापुर, इटावा, हाथरस, शिकोहाबाद, अलीगढ़ समेत सूबे के ज्यादातर उन शहरों को चुना गया है जहां से रेलवे के मुसाफिरों की संख्या अधिक है। प्रयागराज में शहर के अलावा मांडा रोड, मेजा रोड, छिवकी स्टेशनों के बाहर भी केंद्र खोलने की तैयारी है। इसी प्रकार सिराथू, खागा, भरवारी, विंध्याचल आदि में भी स्टेशनों के आसपास केंद्र खोलकर आम लोग रेलवे के अनारक्षित टिकट बेच सकेंगे। इस टेंडर प्रक्रिया में लॉटरी सिस्टम लागू किया जा रहा है। बंद लिफाफे में आवेदन लिए गए हैं। हालांकि केंद्रों को खोलने वालों के लिए रेलवे ने कुछ मानक तय किए हैं। आवेदन करने वाला हाईस्कूल पास होना चाहिए। शहर में खुद का मकान, रेलवे स्टेशनों के आसपास केंद्र खेालने की जगह हो। अपने जिले की पुलिस से एनओसी जारी हो। इसमें साफ हो कि उस पर आपराधिक मुकदमें नहीं हैं।
रेलवे के अभियान के बाद भी ट्रेनों में बिना टिकट यात्रा करने वालों की संख्या में कमी नहीं आई। प्रयागराज मंडल में तो मई में रिकॉर्ड ही बन गया। महज 30 दिनों में मंडल के स्टेशनों, ट्रेनों में चेकिंग के दौरान एक लाख 55 हजार यात्रियों को अनियमित यात्रा करते पकड़ा गया। बिना टिकट यात्री के अलावा बिना बुकिंग के सामान भी ले जाने के मामले पकड़ में आए। इन 30 दिनों में पकड़े गए एक लाख 55 हजार यात्रियों से रेलवे ने दस करोड़ 50 लाख रुपये जुर्माना वसूला। यह अब तक की रिकॉर्ड वसूली है। प्रयागराज मंडल के अहम स्टेशनों और ट्रेनों में बिना टिकट यात्रियों के खिलाफ पूरे महीने अभियान चला। यहां जंक्शन, छिवकी और ट्रेनों में 46906 अनियमित यात्रा करने वाले पकड़े गए। इनसे 3,37,11821 रुपये जुर्माना वसूला गया। टूंडला स्टेशन पर 45917 यात्रियों से 3,03,34,979 रुपये, कानपुर में 62983 यात्रियों से 4,09,96,917 रुपये जुर्माना वसूला गया।