– बैठक में अधिकारियों से गौवंशीय सर्वे और पशु पालकों के संदर्भ में जानकारी ली गई। पशुपालकों की पंजीयन संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए ताकि अधिक से अधिक पशुपालकों से गोबर खरीदी की जा सके।
– नारायणपुर में गौठान और गोबर खरीदी की जानकारी लेकर
गोबर खरीदी हेतु तेजी से पशुपालकों के पंजीयन कराने और गोबर खरीदी को अभियान के रूप में चलाने के निर्देश।
– नारायणपुर जिले में आवर्ती चराई की जानकारी ली गई। गौरतलब है कि नारायणपुर में 8 आवर्ती चराई है। सभी आवर्ती चराई में पानी की व्यवस्था करने एवं एक्टिविटी संचालित करने के निर्देश।
– क्षेत्र के क्लाइमेट को देखते हुए बाड़ी योजना में अदरक, हल्दी और कालीमिर्च लगाने के लिए ग्रामीण किसानों को प्रोत्साहित करने के निर्देश।
– क्षेत्र में चल रहे महिला बाल विकास के सुपोषण अभियान की जानकारी ली गई। पिछले साल गम्भीर कुपोषित 15% थे, इस साल घटकर 12% में आ गए हैं। एक साल में गंभीर कुपोषितों की 3% कमी आई।
– बताया गया कि सुपोषण बूथ में नियमित रूप से कोदो की खिचड़ी खिला रहे हैं। ग्राम पंचायतो में अंडा उत्पादन के आधार पर वितरण जारी है। बैठक में कुपोषण में कमी लाने के लिए किए जा रहे कार्यों की विशेष जानकारी ली गई।
– बैठक में मनरेगा के कार्यों की समीक्षा की गई। सड़कों के विकास पर सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि ठेकेदारों द्वारा करवाए जा रहे निर्माण कार्य की गति धीमी है।
– अधिकारियों को अंदरूनी क्षेत्र में कार्य का सतत निरीक्षण करने के निर्देश।
– धन्वन्तरि मेडिकल दुकानों में दवाई विक्रय, दवाई की उपलब्धता के सम्बंध में जानकारी एवं मांग के अनुरूप दवाइयों की उपलब्धता बनाए रखने के निर्देश।
– क्षेत्र में विद्युत व्यवस्था की समीक्षा करते हुए व्यवस्था को दुरुस्त करने के निर्देश।
– स्कूलों में पाठ्य पुस्तक का वितरण तत्काल कराने के निर्देश दिए गए। स्वामी आत्मानंद अंग्रेज़ी माध्यम स्कूलों में टीचर की व्यवस्था के सम्बंध में 16 जून तक पूर्ण करने के निर्देश दिए गए, और शिक्षक विहीन स्कूल की जानकारी ली गई।
– वन अधिकार मान्यता पत्रक वितरण की समीक्षा की गई।
– छात्रों को रहने के लिए बेहतर व्यवस्था उपलब्ध कराने के लिए आश्रम छात्रावास में मरम्मत के कार्य करवाने के निर्देश दिए गए।
– स्कूलों में जाति-प्रमाण पत्र बनाने के कार्यों की समीक्षा की गई। अस्थायी जाति प्रमाण पत्र बनाते समय पूरी जानकारी ले ले ताकि स्थायी जाति प्रमाण पत्र बनाने में कठिनाई न हों।
– समाज कल्याण विभाग के कार्यो की समीक्षा, पेंशन की जानकारी ली गई।
– मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा कि दिव्यांग बच्चे और उनके परिजन सामग्रियों की मांग या पढ़ाई की माँग करने शिविर में आ रहे हैं।
– इसकी व्यापक व्यवस्था समाज कल्याण विभाग को करना ज़रूरी है। विभाग पढ़ाई की व्यवस्था एवं उनके जरूरत के अनुरूप कार्य करे।
– उन्होंने अधिकारियों से आवर्ती चराई एवं राजस्व भूमि और वन भूमि में गौठान की जानकारी ली।
– उन्होंने कहा कि सभी कार्य सुनियोजित ढंग से हों। वनक्षेत्र नरवा विकास कार्य का निरीक्षण हेलीकाप्टर से करूँगा।
– वन विभाग के अधिकारियों से नाला की जानकारी लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि हेलीकॉप्टर से करेंगे नाला का निरीक्षण।
– मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि शासन की योजनाओं के माध्यम से कृषि कार्य में वृद्धि हुई है। किसान भूमि जल का ज़्यादा उपयोग कर रहे हैं।
– जिस प्रकार से शासन की योजनाए हैं, लोग खेती की ओर बढ़ रहे हैं। लोग ट्यूबवेल करा रहे हैं। हमें सरफेस वाटर और ग्राउंड वाटर को बढ़ाने में और काम करना है।
– आने वाले समय में जल का संरक्षण नहीं करेंगे तो भू-जल स्तर और नीचे जाएगा, इसलिए जल संरक्षण बेहद जरूरी है।
– वाटर रिचार्जिंग बहुत महत्वपूर्ण कार्य है। एक बार करने से यह सालों तक चलता है। इसमें अच्छे कार्य करने की जरूरत है।
मुख्यमंत्री ने जल संसाधन विभाग के अधिकारी को बिना आँकड़े के आने पर नाराज़गी जताई।
उन्होंने कहा कि वन धन समिति का कार्य ठीक से होना चाहिए।
आम आदमी और महिलाओं की आय में वृद्धि हो, सभी गौठान को रूरल इंडस्ट्रियल पार्क बनाएं ताकि लोगों की आय में वृद्धि हो।
– मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा कि सहकारिता विभाग से धान की खेती के अलावा टमाटर की खेती के लिए ऋण दिया गया है।
– धान के लिए अन्य फसलों के लिए भी ऋण देने और कृषि से सम्बंधित योजनाओं का बैंकों में अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश।
– शासन के निर्देश और योजनाओं का क्रियान्वयन किया जाए। सभी अधिकारी शासन के निर्देश का पालन करें। संवेदनाएं रखे और अच्छा कार्य करें।
– नारायणपुर जिले में मसाहती खसरा वितरण की जानकारी ली। वहां के किसानों के खेतों में महुआ और साल के पेड़ों में काली मिर्च लगाया जा रहा एवं लीची के खेती हेतु प्रोत्साहित किया जा रहा। ओरछा में वन विभाग को लीची के नर्सरी लगाने के निर्देश दिए।