नोएडा हवाई अड्डे का पहला चरण लगभग दो वर्षों में तैयार होने की उम्मीद है और यह टाटा प्रोजेक्ट्स द्वारा शुरू की गई दूसरी हवाईअड्डा परियोजना होगी जिसने प्रयागराज (इलाहाबाद) हवाईअड्डा टर्मिनल बनाया है।
यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड (YIAPL) ने नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (NIA) के निर्माण के लिए टाटा ग्रुप को बड़ी जिम्मेदारी दी है। कंपनी टर्मिनल, एक रनवे और अन्य सहायक भवनों का निर्माण करेगी। यमुना अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे ने नोएडा में हवाई अड्डे के निर्माण और एक्सेक्यूशन की देखरेख के लिए टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड के साथ भागीदारी की है। काॅन्ट्रैक्ट में नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर रनवे, टर्मिनलों, सड़कों, उपयोगिताओं, एयरसाइड इंफ्रास्ट्रक्चर और अन्य सहायक भवनों का निर्माण शामिल है। आपको बता दें कि नोएडा हवाई अड्डे का पहला चरण अगले दो वर्षों में तैयार होने की उम्मीद है और यह टाटा प्रोजेक्ट्स द्वारा शुरू की गई दूसरी हवाई अड्डा परियोजना होगी, पहला प्रयागराज (इलाहाबाद) हवाई अड्डा टर्मिनल होगा।
बता दें कि इस रेस में एलएंडटी और शापूरजी पलोनजी जैसी दिग्गज कंपनियां भी शामिल थीं। लेकिन सबसे ज्यादा स्कोर टाटा ग्रुप को दिया गया है। चयन प्रक्रिया के लिए पालन की जाने वाली क्वालिटी और लागत-आधारित चयन मानदंडों के तहत टाटा ग्रुप को उनके प्रतिद्वंद्वियों लार्सन एंड टुब्रो (L&T) और शापूरजी पल्लोनजी से अधिक स्कोर मिला है।
टाटा प्रोजेक्ट्स के सीईओ और एमडी-नामित विनायक ने कहा, हमें जेवर में ग्रीनफील्ड नोएडा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के लिए ईपीसी कार्य सौंपे जाने पर गर्व है। टाटा प्रोजेक्ट्स भारत के सबसे उन्नत और पर्यावरण के अनुकूल हवाई अड्डे को समय पर वितरित करने के लिए वाईआईएपीएल के साथ मिलकर काम करेगा। हम गुणवत्ता, सुरक्षा और स्थिरता के मानकों को पूरा करते हुए इसके निर्माण में नवीनतम तकनीकों को तैनात करेंगे।