रूस-यूक्रेन जंग के 96 दिन बीत चुके हैं। इस बीच यूरोपीयन यूनियन ( EU) रूस से ऑयल इम्पोर्ट में दो तिहाई की कटौती करने पर राजी हो गया है। यूरोपीयन काउंसिल के प्रेसिडेंट चार्ल्स मिशेल ने बताया कि EU ने रूसी ऑयल इम्पोर्ट के दो तिहाई हिस्से पर प्रतिबंध लगाने के लिए एक समझौता किया है। इस फैसले से रूस पर जंग खत्म करने को लेकर दबाव बनेगा।
वहीं, रूस ने नीदरलैंड की गैस सप्लाई रोकने का फैसला किया है। नीदरलैंड की सरकार समर्थित कपंनी गैसटेरा ने रूस की गैजप्रोम को रुबल में भुगतान करने से इनकार कर दिया, जिसके बाद मंगलवार से गैस की सप्लाई रोक दी गई है। नीदरलैंड की एनर्जी 44% गैस पर आधारित है। हालांकि, यह देश रूस से जरूरत का 15% गैस ही इम्पोर्ट करता है।
रूस-यूक्रेन जंग के प्रमुख अपडेट्स…
- यूरोपीयन काउंसिल के प्रेसिडेंट ने सोमवार को बताया कि यूक्रेन में रीकंस्ट्रक्शन के लिए काउंसिल 9 बिलियन यूरो की सहायता राशि देने को तैयार है।
- रूसी कब्जे वाले यूक्रेन के मेलिटोपोल शहर में सोमवार को कार बम विस्फोट हुआ। इस विस्फोट में 3 लोग घायल हुए हैं।
- यूक्रेनी स्टेट बॉर्डर गार्ड सर्विस के मुताबिक, रूसी सेना ने सुमी के पास शोस्तका शहर में सोमवार को एक घंटे के भीतर 20 से अधिक बार बमबारी की।
- बेलारूस के मिलिट्री अफसर आंद्रेई क्रिवोनोसोव ने बताया है कि बेलारूस 22 जून से यूक्रेनी बॉर्डर के पास गोमेल में मिलिट्री एक्सरसाइज करेगा।
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यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने सोमवार को यूरोपियन यूनियन से आंतरिक मतभेद खत्म करने की अपील है। उन्होंने कहा कि EU को रूस के खिलाफ और प्रतिबंध लगाने चाहिए। बेल्जियम की राजधानी ब्रुसेल्स में EU की एक समिट के दौरान जेलेंस्की ने यह अपील की।
जेलेंस्की ने कहा- यह आपके लिए अलग नहीं, बल्कि एक होने का समय है। जेलेस्की ने रूसी तेल पर प्रतिबंध की भी मांग की। बता दें कि EU के आपसी मतभेद की वजह से रूस के खिलाफ प्रतिबंधों की रफ्तार कम हुई है। हंगरी ने कहा है कि वह मॉस्को के खिलाफ तेल प्रतिबंध का समर्थन नहीं करेगा।
यूक्रेन को लंबी दूरी के रॉकेट सिस्टम नहीं देगा US
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा है कि US यूक्रेन को लंबी दूरी तक मार करने वाले रॉकेट सिस्टम नहीं भेजेगा। बाइडेन ने यह बयान अमेरिका की ओर से रूस तक मार करने वाले रॉकेट सिस्टम भेजने की चर्चा के बाद आया है। -
यूक्रेन के पूर्वी लुहान्स्क इलाके इवैक्युएशन के दौरान हुए रूसी हमले में एक फ्रांसीसी पत्रकार की मौत हो गई है। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने सोमवार को बताया कि फ्रेडरिक लेक्लेर-इमहॉफ जंग की वास्तविकता दिखाने के लिए यूक्रेन में मौजूद थे।
रूसी बम हमले से बचने के लिए एक बस लोगों को लेकर शहर के बाहर जा रही थी, जिसमें वह सवार थे। इस दौरान हुए हमले में उनकी मौत हो गई। इमहॉफ की उम्र 32 साल थी, वह BFM TV न्यूज चैनल के लिए काम कर रहे थे।