डोनबास इलाके में रूसी सेना के भीषण हमलों का सामना कर रही यूक्रेनी सेना के लिए राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने पश्चिमी देशों से लंबी दूरी तक मार करने वाले हथियार मांगे हैं। वैसे उन्होंने चंद रोज में इस सिलसिले में अच्छा समाचार मिलने के संकेत भी दिए हैं। इस बीच डोनबास के सबसे बड़े शहर सीविरोडोनेस्क में भीषण लड़ाई जारी है। हफ्तों से रूसी सेना के हमले झेल रहा यह शहर डोनबास का मारीपोल बन गया है।
90 प्रतिशत से ज्यादा इमारतें ध्वस्त
रूसी गोलाबारी से डोनबास की 90 प्रतिशत से ज्यादा इमारतें ध्वस्त हो गई हैं। हजारों सैनिकों और नागरिकों के मारे जाने की आशंका है। यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की के सलाहकार मिखाइलो पोडोल्याक ने कहा है कि हमने अमेरिका से लंबी दूरी तक मार करने वाले मल्टीपल राकेट लांचरों की मांग की है। क्योंकि आमने-सामने की लड़ाई में 70 किलोमीटर दूर से हो रहे हमलों से बचना मुश्किल होता है।
पोलैंड यूक्रेन को देगा हावित्जर तोपें
पोलैंड ने यूक्रेन को 18 एएचएस क्रैब सेल्फ प्रोपेल्ड हावित्जर तोपें देने का फैसला किया है। यह तोप 40 किलोमीटर की दूरी तक गोलाबारी कर सकती है। पोलिश रेडियो के अनुसार पोलैंड ने इस तोप को चलाने के लिए यूक्रेन के 100 सैन्यकर्मियों को प्रशिक्षित भी किया है।
जेलेंस्की ने संभावना जताई है कि अगर यूक्रेनी सेना अपने इलाकों को रूसी सेना से वापस ले लेगी, तो जाहिर है कि रूसी राष्ट्रपति युद्धविराम के लिए तैयार हो जाएंगे। इसलिए हम लंबी दूरी तक मार करने वाले हथियार चाहते हैं। इनकी मदद से यूक्रेनी सेना बेहतर तरीके से मुकाबला कर पाएगी और अपने इलाके वापस ले पाएगी।
…तो होंगी लाखों मौतें
हालांकि जेलेंस्की ने 2014 में हारे क्रीमिया प्रायद्वीप और डोनबास के हिस्से पर फिर से कब्जे की संभावना से इन्कार किया है। कहा कि अगर ताकत के बल से वे इलाके लेने की कोशिश की गई तो लाखों लोगों की जान जा सकती है।
जेलेंस्की के खार्कीव दौरे के बाद धमाके
यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की के खार्कीव दौरे के कुछ घंटों बाद ही वहां पर कई धमाके सुने लगे। धमाकों के बाद गाढ़ा काला धुआं आसमान में छा गया। धमाकों से हुए नुकसान का अभी पता नहीं चला है। रूसी हमले के बाद जेलेंस्की का कीव के बाहर का यह पहला दौरा था।