रविवार को पीएम मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में हाल ही में उनकी जापान यात्रा से जुड़ा एक किस्सा बताया जिसमें उन्होंने दो जापानियों का जिक्र किया जो एशिया में घूम-घूमकर रामायण-महाभारत का मंचन कर रहे है
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को मन की बात कार्यक्रम में जापान और भारत के बीच सांकृतिक संबंधों की तारीफ की। इस दौरान उन्होंने दो जापानी व्यक्तियों का जिक्र किया जो एशियाई देशों में रामायण और महाभारत का मंचन कर रहे हैं। मन की बात कार्यक्रम के 89वें एपिसोड़ में पीएम मोदी ने कहा- हाल ही में अपनी जापान यात्रा के दौरान में कुछ अद्भुद हस्तियों से मिला जिन्हें भारत से बहुत प्यार है। उनमें से एक आर्ट डायरेक्टर हिरोशी कोइके हैं जिन्होंने महाभारत प्रोजेक्ट का निर्देशन किया है।
उन्होंने कहा कि ये प्रोजेक्ट कंबोडिया में शुरू हुआ था जो पिछले नौ सालों से जारी है। पीएम मोदी ने कहा, “हिरोशी हर साल एक एशियाई देश की यात्रा करते हैं और वहां के स्थानीय कलाकारों और संगीतकारों के साथ महाभारत के कुछ हिस्सों को बनाते हैं। पीएम ने कहा कि इस तरह कोइके ने भारत, कंबोडिया और इंडोनेशनिया समेत 9 देशों में स्टेज परफॉर्मेंस दी है। उन्होंने कहा कि कोइके अलग-अलग पृष्ठभूमि के कलाकारों को साथ लेकर आते हैं जिनकी सांस्कृतिक और परंपरागत कला एक दूसरे से अलग है। इसकी वजह से उनके काम में अलग रंग दिखाई देता है। इंडोनेशनिया, थाइलैंड, मलेशिया और जापान के कलाकार जावा, बाली और थाई डांस के जरिए इसे और आकर्षक बनाते हैं।
पीएम ने बताया कि इस मंचन की खास बात ये है कि हर कलाकार अपनी मातृभाषा में संवाद करता है और कोरियोग्राफर इस विविधता को खूबसूरती के साथ प्रदर्शित करता है। वहीं अलग-अलग संगीत इस मंचन में चार चांद लगा देती है। उन्होंने कहा कि इस मंचन का उद्देश्य समाज में विविधता और सह-अस्तित्व के महत्व को दुनिया के सामने लाना है।
पीएम मोदी ने अत्सुशी मात्सुओ और केंजी योशी का भी जिक्र किया जो साल 1993 में टीईएम प्रोडक्शन कंपनी में काम करते थे। ये कंपनी 1993 में रामायण पर आधारित जापानी एनिमेशन फिल्म से जुड़ी है। पीएम ने कहा कि अत्सुशी मात्सुओ और केंजी योशी को करीब 40 साल पहले, 1983 में पहली बार रामायण के बारे में पता चला। रामायण ने उनके दिल को छू लिया, जिसके बाद उन्होंने इस पर लंबी रिसर्च की।
पीएम ने कहा- इतना ही नहीं, उन्होंने जापानी में रामायण के 10 संस्करण भी पढ़े। दोनों रामायण को एनीमेशन के माध्यम से भी दिखाना चाहते थे जिसमें भारतीय एनिमेटरों ने उनकी मदद की। पीएम ने कहा कि ये एनिमेशन फिल्म फिर से बनाई जा रही है और इसके जल्द ही रिलीज होने की उम्मीद है।