स्वतंत्रता संग्राम सेनानी विनायक दामोदर सावरकर की कभी कट्टर समर्थक रही शिवसेना, कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के साथ महाराष्ट्र में सरकार बनाने के बाद से ही इस मसले पर मुश्किल में है। शनिवार को सावरकर की जयंती से शिवसेना किनारा करते हुए नजर आ रही है। शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना हिंदी में सावरकर की जयंती पर न ही कोई लेख छापा है न ही अपनी संपादकीय में कोई जिक्र किया है। इसके अलावा हमेशा सावरकर के मुद्दे पर दूसरे दलों को घेरने वाले शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने भी सावरकर की जयंती पर एक ट्वीट कर इतिश्री कर ली। वहीं, शिवसेना के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से वीर सावरकर को नमन करते हुए एक पोस्ट शेयर की है।
Veer Savarkar: कांग्रेस के साथ आते ही कम हुआ शिवसेना का सावरकर प्रेम, मुखपत्र सामना में भी नहीं मिली जगह, ट्वीट कर चलाया काम
हमेशा सावरकर के मुद्दे पर दूसरे दलों को घेरने वाले शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने भी सावरकर की जयंती पर एक ट्वीट कर इतिश्री कर ली। वहीं, शिवसेना के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से वीर सावरकर को नमन करते हुए एक पोस्ट शेयर की है।
जबकि दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी देश समेत महाराष्ट्र में वीर सावरकर की जयंती जोर शोर से मना रही है। पीएम नरेंद्र मोदी से लेकर केंद्रीय मंत्री, भाजपा शासित राज्यों के सीएम, सभी प्रदेश अध्यक्ष और संगठन के नेता सावरकर को याद कर उनकी जयंती मना रहे है। इस मौके पीएम ने ट्वीट किया कि मां भारती के कर्मठ सपूत वीर सावरकर को उनकी जयंती पर आदरपूर्ण श्रद्धांजलि। प्रधानमंत्री ने सावरकर से जुड़े चित्रों को मिलाकर तैयार की गई एक तस्वीर (फोटो मोंटाज) भी साझा की। इस तस्वीर में एक वॉइस ओवर भी शामिल किया गया है, जिसमें मोदी और पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत अटल बिहारी वाजपेयी सावरकर की खूबियों और योगदान के बारे में बता रहे हैं।