गेहूं के बाद अब चीनी निर्यात पर प्रतिबंध की तैयारी, सरकार का ये है प्लान

विपणन वर्ष 2017-18, 2018-19, 2019-20 में क्रमशः लगभग 6.2 लाख टन, 38 लाख टन और 59.60 लाख टन चीनी का निर्यात किया गया। उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक की कुल उत्पादन में लगभग 80 फीसदी हिस्सेदारी है।

केंद्र सरकार गेहूं की तरह चीनी के निर्यात पर भी प्रतिबंध लगाने की योजना बना रही है।  न्यूज एजेंसी रॉयटर्स की एक रिपोर्ट में यह दावा किया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक घरेलू कीमतों में उछाल को रोकने के लिए सरकार करीब छह साल में पहली बार चीनी निर्यात को प्रतिबंधित कर सकती है। यह भी संभव है कि सरकार इस सीजन के निर्यात को 10 मिलियन टन पर सीमित कर दे।

सबसे बड़ा उत्पादक: आपको बता दें कि भारत विश्व का सबसे बड़ा चीनी उत्पादक है। वहीं, ब्राजील के बाद दूसरा सबसे बड़ा निर्यातक है। भारत ने सितंबर को समाप्त होने वाले चालू विपणन वर्ष में 18 मई तक 75 लाख टन चीनी का निर्यात किया है। भारत से प्रमुख आयातक देश इंडोनेशिया, अफगानिस्तान, श्रीलंका, बांग्लादेश, संयुक्त अरब अमीरात, मलेशिया और अफ्रीकी देश हैं।
निर्यात के आंकड़े: विपणन वर्ष 2017-18, 2018-19, 2019-20 में क्रमशः लगभग 6.2 लाख टन, 38 लाख टन और 59.60 लाख टन चीनी का निर्यात किया गया था। उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र तथा कर्नाटक की देश में कुल चीनी उत्पादन में लगभग 80 प्रतिशत की हिस्सेदारी है। देश के अन्य प्रमुख गन्ना उत्पादक राज्यों में आंध्र प्रदेश, गुजरात, मध्य प्रदेश, ओडिशा, तमिलनाडु, बिहार, हरियाणा तथा पंजाब शामिल हैं।

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