राजीव ने रेस्तरां के मालिक से कहा कि वे किसी तरह उनको सोनिया के पास बैठने दें। इसके बाद राजीव-सोनिया के बीच मिलने-जुलने का सिलसिला चल पड़ा।
देश के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की आज (शनिवार) 31वीं पुण्यतिथि है। आज ही के दिन 21 मई 1991 को लिट्टे के आतंकियों ने एक चुनावी रैली में उनकी हत्या कर दी थी। इस आत्मघाती हमले में राजीव गांधी समेत 18 लोगों की मौत हुई थी। हिंदुस्तान में कंंम्यूटर क्रांति के जनक कहे जाने वाले राजीव गांधी की सोनिया गांधी से पहली मुलाकात का किस्सा बेहद दिसचस्प है। सोनिया गांधी से उनकी मुलाकात कैंब्रिज में हुई थी जब वे इंजीनियरिंग का कोर्स करने गए थे।
इटली में पैदा हुईं सोनिया से राजीव गांधी की मुलाकात 1965 में हुई थी। कैंब्रिज के उस ग्रीक रेस्तरां में राजीव गांधी अक्सर खाना खाने आते थे। वहां पर सोनिया से राजीव गांधी इसकदर मुतासिर हुए कि उन्होंने रेस्तरां के मालिक चार्ल्स एंटनी से कहा, “आप कुछ पैसे ज्यादा ले लें, लेकिन मुझे सोनिया के नजदीक बैठने दें।” राजीव गांधी ने एंटनी से कहा कि वे किसी तरह उनको सोनिया के पास बैठने दें।
सोनिया गांधी पर लिखी जीवनी में रशीद किदवई ने भी कैंब्रिज में हुई राजीव-सोनिया की मुलाकातों का जिक्र किया है। रशीद किदवई कहते हैं, “उन्होंने देखा कि लड़कों का एक ग्रुप बैठा हुआ है। उनमें से एक लड़का उनकी तरफ देख रहा था और वह उस लड़के को देख रही थीं। उन्होंने देखा कि लड़के ने नैपकिन उठाया और पेन से उस पर कुछ लिखा और वेटर के जरिए उनको भेजा। वह एक कविता थी जो सोनिया गांधी की खूबसूरती के बारे में राजीव गांधी ने उसी वक्त लिखा था।”
रशीद किदवई कहते हैं, “सोनिया को ये सब अटपटा लगा कि कौन है ये जो ये सब कर रहा है। इनकी एक जर्मन दोस्त थी जो राजीव गांधी को भी जानती थी, जिसके जरिए ये दोनों एक-दूसरे के करीब आए।” बीबीसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, राजीव गांधी का बॉलीवुड स्टार अमिताभ बच्चन से तब से याराना था, जब वो चार साल के हुआ करते थे।