त्रिपुरा के 11वें मुख्यमंत्री बने माणिक साहा, 6 साल पहले कांग्रेस छोड़ थामा था भाजपा का दामन; जानें उनके बारे में सबकुछ

माणिक साहा ने त्रिपुरा के नए सीएम के तौर पर शपथ ली है। उन्हें बिप्लव देव के इस्तीफे का बाद भाजपा ने यह जिम्मेदारी सौंपी है। आपको बता दें कि साहा कांग्रेस छोड़कर 2016 में भाजपा में शामिल हो गए थे।

माणिक साहा ने त्रिपुरा के नए सीएम के तौर पर शपथ ली है। वह राज्य के 11वें मुख्यमंत्री बने हैं। उन्हें बिप्लव देव के इस्तीफे का बाद भाजपा ने यह जिम्मेदारी सौंपी है। राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य ने चमचमाते दरबार हॉल में एक सादे समारोह में साहा को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलायी। साहा ने अकेले ही शपथ ली क्योंकि मुख्यमंत्री के अचानक बदलने के बाद विधायकों और पार्टी पदाधिकारियों के बीच बड़े पैमाने पर कथित असंतोष के कारण पार्टी ने अभी तक उनके कैबिनेट सदस्यों की सूची को अंतिम रूप नहीं दिया जा सका है।

बिप्लव कुमार देव के मंत्रिमंडल में उपमुख्यमंत्री जिष्णु देव वर्मा और राम प्रसाद पॉल सहित तीन पूर्व मंत्री तथा कई विधायक शपथ ग्रहण समारोह से दूर रहे। विप्लव देव हालांकि रतन लाल नाथ और आईपीएफटी नेता एवं पूर्व आदिवासी कल्याण मंत्री मेवार कुमार जमातिया तथा कुछ अन्य विधायकों और भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के साथ शपथ ग्रहण समारोह में पहुंचे।

सीएम बनने के बाद साहा ने कहा, ”हम पीएम मोदी और बीजेपी के विकास के मुद्दे को लेकर आगे बढ़ेंगे। हम त्रिपुरा के लोगों के मुद्दों को हल करने के साथ-साथ राज्य में कानून-व्यवस्था को भी बढ़ाएंगे। हमारे लिए कोई राजनीतिक चुनौती नहीं है।”

आपको बता दें कि साहा कांग्रेस छोड़कर 2016 में भाजपा में शामिल हो गए थे। भाजपा में आने के बाद माणिक को चार साल बाद 2020 में प्रदेश पार्टी अध्यक्ष बनाया गया। वह त्रिपुरा क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष भी बने। साहा को हाल ही में राज्यसभा के लिए नामांकित किया गया था और अब उन्हें नए सीएम के रूप में घोषित किया गया है। माणिक साहा पेशे से डेंटिस्ट हैं और उनकी छवि बेहद साफ-सुथरी मानी जाती है। माणिक को भाजपा में किसी खेमे का नहीं माना जाता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *