हार्दिक पटेल ने कहा कि उनका किसी दूसरी पार्टी में जाने का कोई इरादा नहीं है। उन्होंने कहा कि अंदरूनी मामला जरूर सुलझेगा। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी जब फ्री होंगे तो उन्हें कॉल करेंगे।
गुजरात में विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक गलियारों में कई तरह कि चर्चाएं हो रही हैं। इनमें से ही एक है हार्दिक पटेल की पार्टी में नाराजगी और उनके भाजपा में शामिल होने के कयास। हालांकि हार्दिक पटेल ने इन कयासों को केवल अफवाह बताया है। उन्होंने कहा कि उनकी जो भी शिकायतें हैं वह पार्टी का अंदरूनी मामला है और जल्द ही उनका हल निकल आएगा। राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और सोनिया गांधी का नाम लेते हुए उन्होंने कहा कि उनके साथ किसी भी तरह की अनबन नहीं है।
पटेल ने कहा कि राहुल गांधी ने उन्हें लगभग 15 दिन पहले मेसेज किया था और पूछा था कि जो भी मामला है बिना झिझक के उन्हें बताएं। हालांकि इसके बाद हाई कमांड से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। पटेल ने कहा, वह हाल ही में गुजरात आए थे लेकिन काफी बिजी थे। जब भी वह फ्री होंगे मुझे कॉल करेंगे।
गुजरात दौरे के दौरान व्यक्तिगत रूप से राहुल गांधी से न मिलने पर हार्दिक पटेल ने कहा कि पांच घंटे के अंदर ही उन्हें बहुत सारे नेताओं से मिलना था और उनके पास समय बहुत कम था। उन्होंने कहा, मेरा दिल्ली में कोई गॉडफादर नहीं है जो कि मदद कर सके। मुझे अपने मूल्यों पर काम करना है। उन्होंने उम्मीद जताई की पार्टी के चिंतन शिविर में गुजरात के मुद्दों पर ध्यान दिया जाएगा।
भाजपा सरकार द्वारा उनपर लगे केस वापस लिए जाने पर हार्दिक पटेल ने कहा, ये सब चुनाव को ध्यान में रखकर केवल राजनीति की जा रही है। गुजरात में पाटीदार बहुत मजबूत हैं और सैकड़ों लोगों पर चल रहे केस वापस लिए गए हैं।
उन्होंने कहा, हम दूसरी तरह के राजनेता हैं क्योंकि हम किसी राजनीतिक परिवार से नहीं आते हैं। हमने अपनी पहचान बनाने के लिए बहुत मेहनत की है। हम कोई भी पद पाने के लिए लीडरशिप पर दबाव नहीं बनाना चाहते हैं।