आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने विपक्षी एकता को बड़ा झटका दिया है। उन्होंने साफ शब्दों में 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए किसी भी महागठबंधन से इनकार किया।
दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने विपक्षी एकता को बड़ा झटका दिया है। उन्होंने साफ शब्दों में 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए किसी भी महागठबंधन से इनकार किया। उन्होंने कहा कि उनका गठबंधन केवल “130 करोड़ भारतीयों के साथ” होगा।
नागपुर में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने कहा कि वह बहुदलीय गठबंधन को कभी नहीं समझ सकते हैं और किसी भी गठजोड़ में उनकी कोई दिलचस्पी नहीं है। उन्होंने कहा, “मुझे नहीं पता कि राजनीति कैसे करनी है और मुझे उनके 10 या अधिक दलों के गठबंधन और किसी को हराने के लिए बनने वाले गठबंधन की समझ नहीं है। मैं किसी को हराना नहीं चाहता, मैं चाहता हूं कि देश जीत जाए।”
कुछ राज्यों और यहां तक कि देश को वित्तीय अस्थिरता की ओर ले जाने की चिंताओं की पृष्ठभूमि में केजरीवाल ने कहा कि इस तरह की आशंकाएं निराधार हैं। उन्होंने कहा, “ये सभी अर्थशास्त्री लिख रहे हैं कि सब्सिडी कल्चर देश को तबाह कर देगा। उन्होंने कभी नहीं लिखा कि भ्रष्टाचार की संस्कृति देश को तबाह कर देगी। मैं चीजें मुफ्त में दे पा रहा हूं क्योंकि हमने भ्रष्टाचार खत्म कर दिया है। इसलिए बचाया जा रहा पैसा लोगों को वापस कर दिया जाता है।”
भाजपा का नाम लिए बिना दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा कि वर्तमान में एक ”बड़ी पार्टी” गुंडागर्दी, दंगों की साजिश कर रही है, बलात्कारियों के लिए स्वागत जुलूस निकाल रही है। उन्होंने कहा, ”देश इस तरह की गुंडागर्दी से आगे नहीं बढ़ सकता। अगर आप गुंडागर्दी और दंगे चाहते हैं तो आप उनके साथ जा सकते हैं, लेकिन अगर आप प्रगति चाहते हैं, स्कूल और अस्पताल चाहते हैं तो आप मेरे साथ आ सकते हैं। आइए 130 करोड़ आम लोगों का गठबंधन बनाएं।”
केजरीवाल ने कहा कि उनकी पार्टी का ध्यान 2024 के लोकसभा चुनावों पर नहीं बल्कि देश के लिए काम करने पर है। उन्होंने कहा कि उनके जैसे लोग अपना करियर छोड़कर देश की सेवा करने आए हैं।